उन्होंने कहा, ‘चहल बहुत अच्छा गेंदबाज है लेकिन क्रीज का बेहतर इस्तेमाल कर सकता है। वह कुछ मौकों पर क्रीज से बाहर जा सकता है। पिच को समझने की चतुराई होनी चाहिए। सपाट पिच पर सीधे स्टम्प पर गेंद डाली जा सकती है।’
उन्होंने कहा, ‘गेंद ग्रिप ले रही है तो क्रीज के बाहर भी जा सकते हैं ताकि बल्लेबाजों को परेशानी हो। ऐसे में आपकी गुगली भी उतना टर्न नहीं लेगी जितना बल्लेबाज सोचते होंगे और आपको विकेट मिल जाएगी।’ अहमद ने कहा कि चहल और यादव को विकेट के पीछे से पूर्व कप्तान एम एस धोनी से मिलने वाली सलाह का काफी फायदा मिला है।
उन्होंने कहा, ‘आपको बल्लेबाज से एक कदम आगे रहना होगा। बल्लेबाज की क्षमता के अनुरूप फील्ड पोजिशन होनी चाहिए। मैं हमेशा कहता हूं कि आक्रमण गेंद से नहीं, फील्डर से करो। यह समझ में आने पर हमेशा सफलता मिलेगी।’
उन्होंने कहा, ‘भारत अपने गेंदबाजों के सही इस्तेमाल से ही विश्व क्रिकेट में ताकत बन गया है। धोनी को इसमें महारत हासिल है कि अपने गेंदबाजों का इस्तेमाल कैसे करना है और अब विराट कोहली है।’ अहमद ने चहल के अलावा ऑस्ट्रेलिया के एडम जाम्पा और पाकिस्तान के शादाब खान को इस समय सर्वश्रेष्ठ लेग स्पिनरों में से बताया। (भाषा)