नागपुर टेस्ट : भारत की पहली पारी 215 रनों पर सिमटी

बुधवार, 25 नवंबर 2015 (17:00 IST)
नागपुर। स्पिनरों के लिए पहले दिन से ही स्वर्ग बनी जामथा की पिच पर भारत ने अपेक्षाकृत कम स्कोर पर आउट होने के बाद दक्षिण अफ्रीका को भी दो झटके देकर तीसरे टेस्ट क्रिकेट मैच को शुरुआती दिन रोमांचक स्थिति में पहुंचा दिया। पहले बल्लेबाजी के लिए उतरने वाले भारत की पूरी टीम 78.2 ओवर में 215 रन पर आउट हो गई। इसके बाद दक्षिण अफ्रीका की शुरूआत भी अच्छी नहीं रही और उसने पहले दिन का खेल समाप्त होने तक नौ ओवर में दो विकेट पर 11 रन बनाए हैं।
टर्न लेती पिच पर रविचंद्रन अश्विन एंड कंपनी का सामना करना उसके बल्लेबाजों के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी। वर्तमान श्रृंखला में लगातार तीसरे टेस्ट मैच में पहले दिन ही पहली पारी पूरी समाप्त हो गई। भारत का कोई भी बल्लेबाज बड़ी पारी नहीं खेल पाया। उसने लंच से पहले दोनों सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (12) और मुरली विजय (40) के विकेट गंवाकर 85 रन बनाए थे। दूसरा सत्र तो पूरी तरह से दक्षिण अफ्रीका के नाम रहा। इस बीच भारत ने 64 रन जोड़े लेकिन मध्यक्रम के चार महत्वपूर्ण बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा (21), कप्तान विराट कोहली (22), अंजिक्य रहाणे (13) और रोहित शर्मा (2) पैवेलियन लौटे।
 
रविंद्र जडेजा (34) और विकेटकीपर रिद्धिमान साहा (32) ने बीच में कुछ समय के लिए विकेट गिरने का क्रम रोका। इन दोनों ने सातवें विकेट के लिए 48 रन जोड़े। निचले क्रम में केवल अश्विन (15) ही दोहरे अंक में पहुंचे। भारत ने तीसरे सत्र में बाकी बचे चारों विकेट गंवाए और इस बीच 66 रन जोड़े। विकेटों का पतन यहीं पर नहीं थमा। जब दक्षिण अफ्रीकी पारी शुरू हुई तो उसने चौथे ओवर में स्टियान वान जिल का विकेट गंवा दिया। 
 
ऑफ स्पिनर अश्विन की फुल लेंथ गेंद को उन्होंने रक्षात्मक तरीके से खेलने का प्रयास किया लेकिन वह बल्ले का किनारा लेकर पहली स्लिप में रहाणे के पास पहुंच गई। यह लगातार चौथा अवसर है जबकि अश्विन ने खराब फार्म में चल रहे वान जिल को आउट किया। 
 
विकेट में पहले दिन से ही काफी टर्न दिख रहा है और ऐसे में कोहली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला करने में कोई हिचहिचाहट नहीं दिखाई। इसके बाद धवन और विजय ने पहले विकेट के लिए 50 रन जोड़कर लगातार दूसरी अर्धशतकीय साझेदारी निभाई। इन दोनों बल्लेबाजों के दूसरे घंटे में आउट होने के बाद भारतीय पारी का नाटकीय पतन शुरू हुआ। भारत ने लंच के बाद 15 ओवर के अंदर केवल 31 रन के अंदर चार विकेट गंवाए। मोर्कल और ऑफ स्पिनर साइमन हार्मर ने सबसे अधिक नुकसान पहुंचाया। मोर्कल को हालांकि पारी के दौरान मांसपेशियों में खिंचाव के कारण मैदान छोड़ना पड़ा जो पहले ही चोटिल खिलाड़ियों की समस्या से जूझ रहे दक्षिण अफ्रीका के लिए करारा झटका है। 
 
डेल स्टेन की अनुपस्थिति में मोर्कल को दूसरे छोर से एक अदद तेज जोड़ीदार की कमी खली। मोर्कल ने 35 रन देकर तीन विकेट लिए जबकि हार्मर ने अधिकतर राउंड द विकेट गेंदबाजी की। उन्होंने भी स्पिन की मददगार पिच का फायदा उठाते हुए 78 रन देकर चार विकेट लिए। कैगिसो रबादा, डीन एल्गर और इमरान ताहिर ने एक-एक विकेट हासिल किया। भारत को सुबह के सत्र में पहले घंटे में कोई झटका नहीं लगा लेकिन इसके बाद उसने विजय और धवन के विकेट गंवाये। 
 
पुजारा ने इमरान ताहिर पर दो चौके जमाकर अच्छी शुरुआत की, लेकिन भारत ने जल्द ही विजय का विकेट गंवा दिया। मोर्कल ने फुल लेंथ गेंद पर उन्हें पगबाधा आउट किया। विजय ने 84 गेंदें खेलीं तथा तीन चौके और हार्मर पर एक छक्का लगाया। मोर्कल ने दूसरे सत्र में कोहली और रहाणे के विकेट भी लिए। तीसरे स्पैल में उनका गेंदबाजी विश्लेषण चार ओवर, दो मेडन, आठ रन, दो विकेट था। 
 
पुजारा को हार्मर ने तेजी से टर्न लेती गेंद पर पगबाधा आउट किया और इसके बाद उन्होंने रोहित को भी पवेलियन की राह दिखाई जो क्रीज पर अपनी मौजूदगी के दौरान जूझते हुए नजर आए। रोहित ने 28 गेंदों का सामना करके दो रन बनाये। चाय के विश्राम के बाद जडेजा और साहा ने दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों को अगली सफलता के लिए कुछ समय तक इंतजार कराया। 
 
टेस्ट टीम में वापसी से पहले सौराष्ट्र की तरफ से राजकोट की इसी तरह की पिच पर खेलने वाले जडेजा ने अपने उस अनुभव का अच्छा इस्तेमाल करके कुछ दर्शनीय शॉट भी लगा। रबादा ने हालांकि जडेजा को लगातार परेशान किया और आखिर में उनकी फुललेंथ गेंद इस आलराउंडर के बल्ले को चूमकर विकेटों में समा गई। जडेजा ने 54 गेंद खेली और छ: चौके लगाये। साहा ने दूसरे छोर से आत्मविश्वास के साथ बल्लेबाजी की लेकिन हार्मर की गेंद पर फ्लिक करने के प्रयास में वह अपनी एकाग्रता खो बैठे और डुमिनी को कैच देकर पवेलियन लौटे। उनकी 106 गेंद की पारी में चार चौके शामिल हैं। इसके बाद भारतीय पारी सिमटने में देर नहीं लगी। (भाषा)

वेबदुनिया पर पढ़ें