चेन्नई। 199 पर आउट होकर दोहरे शतक से चूकने वाले भारतीय ओपनर लोकेश राहुल अब तक इस सदमे में हैं कि क्यों उन्होंने इतना खराब शाट खेला और उनका कहना है कि उन्हें जीवन भर यह शॉट सताएगा।
राहुल इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें और अंतिम मैच के तीसरे दिन रविवार को शानदार 199 रन की पारी खेलने के बाद एक खराब शॉट खेलकर अपना विकेट गंवा बैठे और दोहरे शतक की उपलब्धि से चूक गए। इस बारे में पूछने पर राहुल ने कहा, अब आपको समझ में आता है कि जब आपके कोच कहते थे कि एक रन भी महत्वपूर्ण होता है। मुझे जीवन भर यह बात सताती रहेगी कि मैं एक रन से दोहरे शतक से चूक गया।
ओपनर ने माना कि ऐसे समय उन्होंने बेहद खराब शॉट खेला। राहुल ने कहा, मैंने वास्तव में खराब शॉट खेला और 199 में आउट हो गया। मैंनें अब तक वीडियो नहीं देखे हैं। पवेलियन लौटने के बाद मैं शॅावर के नीचे चला गया। मुझे इस सदमे से उबरने में कुछ समय लगेगा। मैंने सोचा था कि मैं आसानी से दोहरा शतक बना लूंगा लेकिन आह मैंने ऐसा शॉट क्यों खेला।
राहुल बेशक दोहरे शतक से चूक गए लेकिन उन्हें पनी पारी से संतोष भी मिला। राहुल ने कहा कि उन्होंने चोट के बाद वापसी के लिए कड़ी मेहनत की थी और उन्हें इसका परिणाम मिला।
उन्होंने कहा, मैं चोट के चलते पिछले कुछ समय से मैदान पर बहुत अधिक समय नहीं बिता पाया था। पिछले मुंबई टेस्ट में मैं भले ही बड़ी पारी नहीं खेल सका था लेकिन मैंने विकेट पर कुछ समय गुजारा था। इससे मुझे आत्मविश्वास मिला था और मैं इस मुकाबले में टिककर खेलने के इरादे से उतरा था।
राहुल ने साथ ही कहा, मैं निराश हूं लेकिन मैं खुश भी हूं कि मेरी पारी टीम के काम आयी। विकेट अच्छा था और मैं इस अवसर को किसी भी सूरत में गंवाना नहीं चाहता था। मैं शुरुआत से ही टिककर खेलने के इरादे से उतरा था और मैं यह अच्छी तरह जानता था कि एक बार निगाहें जम जाने के बाद शाट अपने आप आने लगेंगे।
उन्होंने कहा, मैं चोट के बाद वापसी कर रहा था और मैंने बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ से इस विषय में काफी चर्चा की थी। मुझे उनके सुझावों का फायदा मिला और मैंने अपने खेल में सुधार किया। बल्लेबाजी करते समय मुझे अपने स्टंप्स पता थे और मैं बड़ी पारी खेलने में सफल रहा। (वार्ता)