3 चेहरे, एक तारीख, 20 जून ने गढ़ा भारतीय क्रिकेट का भाग्य, जानें क्यों है ये तारीख ऐतिहासिक

कृति शर्मा

शुक्रवार, 20 जून 2025 (13:57 IST)
On This Day in Cricket : भारतीय क्रिकेट इतिहास में 20 जून एक बेहद खास तारीख है। यही वो दिन है जब तीन महान क्रिकेटरों, सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़ और विराट कोहली, ने टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए पहला कदम रखा था। ये सिर्फ एक डेब्यू नहीं था, बल्कि भारतीय क्रिकेट के सुनहरे युग की शुरुआत थी। साल 1996 में, लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट खेला और उसी मैच में गांगुली और द्रविड़ दोनों ने डेब्यू किया। ठीक 15 साल बाद, 20 जून 2011 को विराट कोहली ने भी वेस्ट इंडीज के खिलाफ अपना पहला टेस्ट खेला। इन तीनों खिलाड़ियों ने न सिर्फ भारत के लिए लंबा क्रिकेट खेला बल्कि कप्तान के तौर पर भी देश का नाम रोशन किया।

 सौरव गांगुली – प्रिंस ऑफ कोलकाता



20 June in Cricket : 20 जून 1996, लॉर्ड्स में जब सौरव गांगुली ने टेस्ट डेब्यू किया, तो पहली ही पारी में 131 रन बनाकर क्रिकेट जगत में धमाकेदार एंट्री की। 435 मिनट की क्लासिक बल्लेबाज़ी, 20 चौके और साथ ही 2 विकेट, एक ऑलराउंड परफॉर्मेंस जिसने सबको चौंका दिया। मैच भले ड्रा रहा, लेकिन गांगुली की चमक सबसे अलग थी। अपने करियर में उन्होंने 113 टेस्ट में 7212 रन बनाए, जिसमें 16 शतक शामिल हैं और खास बात ये कि जब-जब उन्होंने शतक लगाया, भारत कभी नहीं हारा। उनका सर्वोच्च स्कोर रहा 239 रन बनाम पाकिस्तान (2007)।
 
वनडे में गांगुली ने 311 मैचों में 11363 रन, 22 शतक और 72 अर्धशतक के साथ खुद को भारत के सबसे सफल बल्लेबाज़ों में शामिल किया। उनका बेस्ट स्कोर 189 रन रहा, श्रीलंका के खिलाफ (1999)।
टेस्ट डेब्यू: 20 जून 1996, लॉर्ड्स
 
डेब्यू पारी: 131 रन, 435 मिनट बल्लेबाजी, 20 चौके, साथ ही 2 विकेट
 
कुल टेस्ट: 113
 
टेस्ट रन: 7212 @ 42.18, 16 शतक (जब भी शतक लगाया, भारत नहीं हारा)
 
सर्वश्रेष्ठ स्कोर: 239 बनाम पाकिस्तान (2007)
 
वनडे करियर: 311 मैच, 11363 रन, 22 शतक, 72 अर्धशतक, बेस्ट 189 बनाम श्रीलंका (1999)
 
गांगुली ने टीम इंडिया को आक्रामकता सिखाई, और कई युवा खिलाड़ियों को मौका देकर भविष्य का रास्ता तैयार किया।


 
राहुल द्रविड़ – द वॉल ऑफ इंडिया

20 जून 1996, लॉर्ड्स में जब राहुल द्रविड़ ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया, तो पहली ही पारी में 95 रन बनाकर बता दिया कि एक भरोसेमंद बल्लेबाज टीम को मिल गया है। शांत स्वभाव, क्लासिक तकनीक और अडिग धैर्य ने उन्हें 'द वॉल' बना दिया। उन्होंने 164 टेस्ट मैचों में 13288 रन बनाए, जिसमें 36 शतक और 63 अर्धशतक शामिल हैं। उनका सर्वोच्च स्कोर 270 रन रहा, जो उन्होंने 2004 में पाकिस्तान के खिलाफ बनाया था।
 
वनडे में द्रविड़ ने 344 मैचों में 10889 रन बनाए, जिसमें 12 शतक और 83 अर्धशतक शामिल हैं। उनका बेस्ट स्कोर रहा 153 रन बनाम न्यूजीलैंड (1999)। टी20 में उन्होंने सिर्फ 1 मैच खेला और उसमें भी 31 रन बनाकर अपनी छाप छोड़ी।
 
टेस्ट डेब्यू: 20 जून 1996, लॉर्ड्स
 
डेब्यू पारी: 95 रन 
 
कुल टेस्ट: 164
 
टेस्ट रन: 13288 @ 52.31, 36 शतक, 63 अर्धशतक
 
सर्वश्रेष्ठ स्कोर: 270 बनाम पाकिस्तान (2004)
 
वनडे करियर: 344 मैच, 10889 रन, 12 शतक, 83 अर्धशतक, बेस्ट 153 बनाम न्यूजीलैंड (1999)
 
T20: सिर्फ 1 मैच, 31 रन
 
राहुल द्रविड़ सिर्फ रन बनाने वाली मशीन नहीं थे, वो क्रिकेट की गरिमा और अनुशासन के प्रतीक हैं। द्रविड़ क्रिकेट के शुद्धतम रूप के प्रतीक हैं, सादगी, संयम और समर्पण। जब बाकी बल्लेबाज लड़खड़ा जाते थे, तब 'द वॉल' खड़े रहते थे।


 
विराट कोहली – किंग कोहली

20 जून 2011, वेस्ट इंडीज के खिलाफ टेस्ट डेब्यू करने वाले विराट कोहली ने भारतीय क्रिकेट को एक नया चेहरा दिया आक्रामक, फिट और फौलादी। मैदान पर जब कोहली उतरे, तो मानो क्रिकेट ने भी उन्हें सलाम किया। बीते 14 सालों में उन्होंने जो मुकाम हासिल किए हैं, वो इतिहास में सुनहरे अक्षरों में दर्ज हैं। कोहली ने 123 टेस्ट में 9230 रन बनाए, औसत 46.85, जिसमें 30 शतक, 31 अर्धशतक और 7 दोहरे शतक शामिल हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर रहा *254 बनाम साउथ अफ्रीका (2019, पुणे)**।
 
12 मई 2025 को अचानक टेस्ट से संन्यास लेकर उन्होंने सभी को चौंका दिया। आखिरी मैच उन्होंने सिडनी में खेला, जहां फॉर्म भले न साथ था, लेकिन उनके योगदान की गूंज हमेशा रहेगी। 
 
सबसे सफल भारतीय टेस्ट कप्तान
विराट कोहली statistically सबसे सफल भारतीय टेस्ट कप्तान हैं, जिन्होंने 2014 से 2022 तक 68 मैचों में भारत का नेतृत्व किया है जिसमें 40 जीत, 17 हार और 11 ड्रॉ शामिल हैं। उनका Win Percentage 58.82% है। कोहली ने 2018-19 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारत को ऑस्ट्रेलियाई धरती पर अपनी पहली टेस्ट सीरीज जीत दिलाई।
टेस्ट डेब्यू: 20 जून 2011, बनाम वेस्ट इंडीज
 
टेस्ट मैच: 123
 
रन: 9230 @ 46.85, 30 शतक, 31 अर्धशतक, 7 दोहरे शतक
 
सर्वश्रेष्ठ स्कोर: 254* बनाम साउथ अफ्रीका (2019, पुणे)
 
संन्यास: 12 मई 2025, आखिरी टेस्ट – सिडनी बनाम ऑस्ट्रेलिया
 
कोहली ने ना सिर्फ अपने बल्ले से, बल्कि अपने जुनून और नेतृत्व से भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। उन्होंने दुनिया को दिखाया कि आक्रामकता के साथ अनुशासन भी हो सकता है।
 
भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान – विराट कोहली
 
कप्तानी करियर: 68 टेस्ट (2014-2022)
 
जीत: 40, हार: 17, ड्रॉ: 11
 
विनिंग %: 58.82% (भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान)
 
सबसे बड़ी उपलब्धि: 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज़ जीत – पहली बार भारत ने ऑस्ट्रेलिया को उसी की ज़मीन पर हराया।
 
 
इन तीनों खिलाड़ियों ने भारतीय क्रिकेट को एक नई पहचान दी, गांगुली ने साहस और आत्मविश्वास दिया, द्रविड़ ने स्थिरता और भरोसा, और कोहली ने आक्रामकता और Fitness Culture को जन्म दिया। ये सिर्फ क्रिकेटर नहीं, युग हैं।



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