उमेश यादव (23), ईशांत शर्मा (25) और मोहम्मद शमी (33) ने 20 से भी कम औसत से इस साल टेस्ट में 81 विकेट चटकाए। इससे पहले जब एक टीम के 3 तेज गेंदबाजों ने 1 कैलेंडर वर्ष में 20 से भी कम औसत से 20 से ज्यादा विकेट चटकाए, वो 1978 था तब इयान बॉथम, क्रिस ओल्ड और बॉब विलिस ने अपनी टीम के लिए यह कारनामा किया था।
पठान ने 'स्टार स्पोर्ट्स' से कहा कि इस साल हमने देखा कि भारत के तेज गेंदबाजों ने देश के लिए बेहतरीन गेंदबाजी की और हमने जो सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजी लाइनअप देखे हैं, यह उनमें से एक रहा। हमने उनकी गेंदबाजी के इरादे देखे और तेज स्विंग गेंदबाजी की। गेंद नई थी या पुरानी, यह मायने नहीं रहा।
उन्होंने कहा कि मैंने भारतीय क्रिकेट की प्रगति को देखा है, विशेषकर तेज गेंदबाजी के मामले में, तो मेरे लिए यह साल की अहम बात रही। वहीं लक्ष्मण को लगता है कि भारत का ऑस्ट्रेलिया को उनकी ही मांद में हराना साल का सर्वश्रेष्ठ लम्हा रहा। भारत ने दिसंबर 2018 में शुरू होकर जनवरी 2019 तक हुई 4 मैचों की श्रृंखला में 2-1 से जीत हासिल की।
लक्ष्मण ने कहा कि यह भारतीय क्रिकेट के लिए बहुत अच्छा साल रहा लेकिन टेस्ट क्रिकेटर होने के नाते मेरा सपना हमेशा ऑस्ट्रेलिया को ऑस्ट्रेलिया में हराना था लेकिन मैं अपने करियर में इसे हासिल नहीं कर सका। उन्होंने कहा कि मैं बहुत खुश हूं कि भारतीय टीम ने विराट कोहली की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया को पहली बार उसकी ही सरजमीं पर हरा दिया, जो 2019 में भारतीय क्रिकेट के लिए पसंदीदा पल रहा।