पाक क्रिकेट की किरकिरी! पहली बार घर में ही हुआ सूपड़ा साफ और हारा लगातार चौथा टेस्ट
मंगलवार, 20 दिसंबर 2022 (13:35 IST)
इंग्लैंड ने सुबह जब अपनी पारी शुरू की तो उसे जीत के लिए केवल 55 रन की दरकार थी। उसने 38 मिनट में ही अपना स्कोर दो विकेट पर 170 रन पर पहुंचा कर ऐतिहासिक जीत दर्ज की।यह पहला अवसर है जबकि पाकिस्तान को अपनी धरती पर तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला में 3-0 से हार का सामना करना पड़ा।
इंग्लैंड के 18 वर्षीय रेहान अहमद (48 रन देकर पांच विकेट) की शानदार गेंदबाजी से पाकिस्तान दूसरी पारी में 216 रन पर आउट हो गया था और उसने इंग्लैंड के सामने जीत के लिए 167 रन का लक्ष्य रखा था।
बेन डकेट ने 50 रन से अपनी पारी आगे बढ़ाई और वहां 78 गेंदों पर 82 रन बनाकर नाबाद रहे। उनके साथ कप्तान बेन स्टोक्स 35 रन बनाकर नाबाद रहे। इस तरह से इंग्लैंड ने लगातार दूसरे टेस्ट मैच में एक दिन से भी अधिक का समय शेष रहते हुए जीत दर्ज की।
पाकिस्तान के स्पिनर अबरार अहमद दो टेस्ट मैचों में 18 विकेट हासिल कर देते लेकिन जब इंग्लैंड लक्ष्य से 19 रन दूर था तब आगा सलमान ने उनकी गेंद पर स्टोक्स का मुश्किल के छोड़ दिया था।इंग्लैंड ने रावलपिंडी की सपाट पिच पर पहला टेस्ट मैच 74 रन से जीता था जबकि मुल्तान में दूसरा टेस्ट उसने 24 रन से जीत कर अजेय बढ़त हासिल की थी।
नेशनल स्टेडियम को पाकिस्तान का किला माना जाता है लेकिन रेहान बट ने तीसरे दिन शानदार गेंदबाजी करके इसमें सेंध लगाई जबकि जॉक क्राउली (41) ने डकेट के साथ मिलकर तेजतर्रार शुरुआत की और तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक इंग्लैंड का स्कोर दो विकेट पर 112 रन तक पहुंचाया।
नेशनल स्टेडियम में खेले गए 45 टेस्ट मैचों में पाकिस्तान की यह केवल तीसरी और पिछले 15 वर्षों में पहली हार है। इंग्लैंड पहली टीम था जिसने 2000 में पाकिस्तान को यहां टेस्ट मैच में हराया था। इसके सात साल बाद दक्षिण अफ्रीका ने नेशनल स्टेडियम में जीत दर्ज की थी।
This is the first time in the history of Pakistan cricket that they have been whitewashed in Pakistan in a Test series #PAKvENG#Cricket
पाकिस्तान ने घरेलू धरती पर लगातार चौथा टेस्ट मैच गंवाया। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने उसे दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला के आखिरी मैच में पराजित करके 1-0 से श्रृंखला जीती थी।पाकिस्तान ने अपनी पहली पारी में 304 रन बनाए थे जिसके जवाब में इंग्लैंड ने 354 रन बनाकर पहली पारी में 50 रन की बढ़त हासिल की थी।
इंग्लैंड ने अपने आक्रामक रवैये के कारण इस श्रृंखला में क्लीनस्वीप किया। उसके बल्लेबाज हैरी ब्रूक ने तीनों टेस्ट मैच में शतक जमाए। उन्होंने तीन मैचों में 468 रन बनाए तथा उन्हें श्रृंखला का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया।