उन्होंने कहा, ‘मेरा मानना है कि इमाम इतने लंबे समय तक पाकिस्तानी टीम और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में नहीं रह पाता अगर वह अच्छा प्रदर्शन नहीं करता। मेरे मुख्य चयनकर्ता बनने से पहले वह पाकिस्तान के लिए जूनियर क्रिकेट खेल चुका था और उसने घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन किया था लेकिन आलोचक इसे भूल गए जिससे मैं काफी आहत हुआ।’
इंजमाम ने कहा, ‘मुख्य चयनकर्ता का काम मेरे क्रिकेट करियर की सबसे चुनौतीपूर्ण भूमिका रही क्योंकि तमाम फैसलों के लिए मेरी कड़ी आलोचना की गई और मैंने उनका खास जवाब नहीं दिया।’ तेईस वर्षीय इमाम ने पाकिस्तान के लिए अब तक 10 टेस्ट और 36 वनडे खेले हैं और पूर्व खिलाड़ियों ने उसके चयन की हमेशा आलोचना की।