भारत इस अत्याधुनिक युग में भी पेसर ऑलराउंडर की कमी से जूझ रहा है। खासकर टेस्ट क्रिकेट में क्योंकि सीमित ओवर की क्रिकेट में हार्दिक पांड्या है। टेस्ट क्रिकेट में भारत ने कई बार शार्दूल ठाकुर को आजमाया लेकिन वह कभी कभार ही बेहतर प्रदर्शन कर पाए।
सनराइजर्स हैदराबाद के कप्तान पैट कमिंस ने नीतिश कुमार रेड्डी को निखारा जिससे भारत को टेस्ट क्रिकेट में एक तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर मिला हुआ है।इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच के पहले दिन एक ही ओवर में दो विकेट झटकने वाले भारतीय तेज गेंदबाज नीतीश कुमार रेड्डी ने कहा कि उनकी गेंदबाजी में सुधार का श्रेय इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में उनके कप्तान पैट कमिंस और भारतीय गेंदबाजी कोच मोर्न मॉर्कल को जाता है।
पहले दिन के खेल के बाद रेड्डी ने कहा, “ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद मुझे महसूस हुआ कि मुझे अपनी गेंदबाजी और निरंतरता पर काम करने की आवश्यकता है। मैंने पैट से जब इस संबंध में बात की तो उन्होंने मुझे बताया कि मुझे ऑस्ट्रेलिया में कैसी गेंदबाजी करनी चाहिए थी और मैं ऑस्ट्रेलिया में कैसी गेंदबाजी कर सकता हूं। यह मेरे लिए बड़ा अनुभव था और इस दौरे की शुरुआत से पहले मॉर्कल के साथ काम करना भी मेरे काम आया। वह पिछले कुछ सप्ताह से मेरे साथ लगातार काम कर रहे हैं और मेरी गेंदबाजी में बहुत सुधार दिखा है। उनके साथ काम करने में मजा आ रहा है।”
उन्होंने कहा, “चूंकि मुझे दोनों ओर स्विंग प्राप्त होती है इसलिए हम लगातार मेरी निरंतरता पर काम कर रहे हैं। मैं केवल उन एरिया में निरंतर होना चाहता हूं जहां जरूरत है और हम इस पर काम कर रहे हैं। मैं मेहनत कर रहा हूं लेकिन अंत में चीजों को समझना और स्वयं पर भरोसा रखना सबसे अहम है। जब आप स्वयं पर भरोसा करते हैं तभी आपकी कड़ी मेहनत रंग लाती है और मुझे अब यह बात समझ आ रही है।”
उन्होंने कहा, “चोट के बाद लय में आना मेरे लिए कठिन था। आईपीएल सीजन के आखिर में मैंने गेंदबाजी करना शुरू किया और मुझे अच्छा महसूस हुआ। मैं मूवमेंट का लुत्फ उठाना चाहता हूं और मेरी टीम को मुझसे जो उम्मीद है वो करना चाहता हूं और मुझे लगता है कि मैं अब तक वैसा करने में सफल रहा। मैंने आज जिस तरह से गेंदबाजी की उससे मैं खुश हूं और कल भी मैं ऐसी ही गेंदबाजी करना चाहता हूं।”