पर्थ टेस्ट में जानसन ने कोहली के बर्ताव को ‘अपमानजनक’ और ‘मूर्खतापूर्ण’ बताया
बुधवार, 19 दिसंबर 2018 (12:27 IST)
पर्थ। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज मिशेल जानसन ने भारतीय कप्तान विराट कोहली को निशाना बनाते हुए यहां दूसरे टेस्ट के दौरान उनके बर्ताव को ‘अपमानजनक’ और ‘मूर्खतापूर्ण’ बताया है।
कोहली और ऑस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पेन को शब्दिक जंग में उलझते हुए देखा गया जिसके कारण एक समय अंपायर क्रिस गफाने को भी तनाव कम करने के लिए हस्तक्षेप करना पड़ा।
हालांकि दूसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया की 146 रन की जीत के बाद दोनों कप्तानों ने इस मुद्दे को तूल नहीं देते हुए कहा था कि कोई सीमा नहीं लांघी गई। लेकिन जानसन ने टेस्ट मैच के दौरान कोहली के बर्ताव की कड़ी आलोचना की।
जानसन ने फाक्स स्पोर्ट्स पर अपने कालम में लिखा, मैच के अंत में आप एक दूसरे से आंखें मिलाने, हाथ मिलाने और यह कहने की स्थिति में होने चाहिए कि शानदार मुकाबला रहा।
उन्होंने कहा, विराट कोहली ने टिम पेन के साथ ऐसा नहीं किया। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान के साथ हाथ मिलाए लेकिन बामुश्किल आंखें मिलाई। मेरे लिए यह अपमानजनक है।
जानसन ने लिखा, कोहली अधिकांश क्रिकेटरों से अधिक दूर रहा है और ऐसा इसलिए है क्योंकि वह विराट कोहली है। वह एक स्तर पर है लेकिन इस टेस्ट में भारतीय कप्तान बेवकूफाना लगा।
बीसीसीआई मंगलवार को कोहली के समर्थन में आया और ऑस्ट्रेलिया में इन खबरों को बकवास करार दिया कि कोहली को दुनिया का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज होने पर घमंड है जबकि ‘कार्यवाहक कप्तान’ बताकर पेन का उपहास उड़ाया गया।
जानसन ने कहा कि कोहली अपने शब्दों पर कायम नहीं रहे जबकि श्रृंखला से पहले उन्होंने कहा था कि किसी भी तरह के टकराव की शुरुआत वह नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा, कोहली ने उन चीजों के विपरीत काम किया जो उन्होंने श्रृंखला की शुरुआत में कही थी। उसने कहा था कि वह बदल चुका है- कि वह पिछली बार की तुलना में अलग रवैये के साथ आया है और किसी चीज की शुरुआत नहीं करेगा। इस टेस्ट में हमने देखा कि इससे अलग हुआ।
कोहली ने पहली पारी में 123 रन रन बनाए लेकिन इसके बाद स्लिप में पीटर हैंड्सकोंब के विवादास्पद कैच का शिकार बने। जानसन कोहली से नाराज हैं कि आउट होने के बाद उन्होंने पर्थ के दर्शकों का अभिवादन स्वीकार नहीं किया जो उनके सम्मान में खड़े होकर ताली बजा रहे थे।
उन्होंने कहा, मेरी नजर में कैच आउट दिया गया और आपको यह स्वीकार करना होगा और आगे बढ़ना होगा। शतक जड़ने वाला खिलाड़ी होने के नाते आपको अभिवादन स्वीकार करना चाहिए था। (भाषा)