खिलाड़ी शोक में, पहला टेस्ट आशंका में

शुक्रवार, 28 नवंबर 2014 (18:42 IST)
सिडनी। आमतौर पर किसी मैच से पहले रणनीति पर चर्चा करने के इकट्ठा होने वाली ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम अपने साथी खिलाड़ी फिलिप ह्यूज को खो देने के बाद इस कदर सदमे में आ गई है कि अगले गुरुवार से भारत के खिलाफ शुरू होने वाले पहले क्रिकेट टेस्ट का आयोजन आशंका से घिर गया है।

दोनों देशों के बीच पहला टेस्ट ब्रिस्बेन के गाबा मैदान पर खेला जाना है लेकिन क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जेम्स सदरलैंड का कहना है कि यह टेस्ट अभी सैकड़ों मील दूर दिखाई देता है, क्योंकि खिलाड़ी अपने दोस्त और टीम साथी ह्यूज की बाउंसर से हुई मौत को लेकर गहरे सदमे में हैं।

ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाड़ी शुक्रवार को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में टीम के मनोवैज्ञानिक चिकित्सक माइकल लाएड और सिडनी मैदान पर ह्यूज का इलाज करने वाले डॉक्टर जॉन ओरकार्ड तथा टीम डॉक्टर पीटर ब्रुकनर से मिले जिन्होंने खिलाड़ियों को सलाह दी है कि वे रोजाना अपने जीवन में जिस तरह गुजरते हैं उसी तरह आगे बढ़ें तथा इस घटना के बारे में बहुत ज्यादा न सोचें।

इस दौरान कुछ देर तक टीम के सभी खिलाड़ी एक कमरे में बैठे रहे और कुछ खिलाड़ी इस दौरान फूट-फूटकर रो दिए तो कुछ एक-दूसरे को ढांढस बंधाते रहे। ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को इस स्थिति से बाहर निकलने के लिए काउंसलिंग दी जा रही है।

माना जा रहा है कि इस दर्दनाक हादसे के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम मानसिक रूप से पहला टेस्ट खेलने के लिए तैयार नहीं दिखाई दे रही है। पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने भी सलाह दी है कि पहला टेस्ट फिलहाल रद्द कर दिया जाना चाहिए।

सदरलैंड ने कहा कि अगर मैं ईमानदारी से कहूं तो खिलाड़ी अभी कुछ भी नहीं सोच पा रहे हैं। मैं जानता हूं कि कई लोगों के लिए 7 दिन ज्यादा दूर नहीं होंगे लेकिन आप यदि दूसरे नजरिए से देखें तो अगला गुरुवार सैकड़ों मील दूर दिखाई देता है। जब हम सही दिमागी स्थिति में होंगे तो हम निश्चित ही पहला टेस्ट खेल सकेंगे।

इस बीच क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के कार्यकारी महाप्रबंधक पैट होवार्ड ने कहा कि इस समय सारा ध्यान खिलाड़ियों को उनके जीवन में आगे बढ़ाने पर लगा हुआ है और पहले टेस्ट को लेकर कोई बात नहीं हो रही है। होवार्ड ने कहा कि हमने पूरी टीम को यहां इकट्ठा किया है। आज हम शोक-संतप्त हैं और अपने सवालों का जवाब ढूंढ रहे हैं।

होवार्ड ने साथ ही कहा कि हमें यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि खिलाड़ी अपनी सकारात्मक सोच में लौटें ताकि वे अपने फैसले कर सकें। लेकिन फिलहाल ऐसा कुछ करना मुश्किल दिखाई दे रहा है। ह्यूज परिवार को मदद करने के लिए हमसे जो कुछ होगा वह हम करेंगे। हमारा पूरा ध्यान इस समय क्रिकेट के बजाय ह्यूज परिवार को संभालने और खिलाड़ियों को सदमे से बाहर निकालने पर लगा हुआ है।

इस समय यह सोच पाना भी बहुत मुश्किल है कि खिलाड़ी ह्यूज की मौत के एक सप्ताह बाद टेस्ट मैच खेलने के लिए मैदान पर कैसे उतर सकेंगे। सदरलैंड ने ह्यूज के पिता ग्रेग से शुक्रवार को बात भी की। उन्होंने कहा कि ह्यूज क्रिकेट को इतना प्यार करते थे कि वे हमेशा चाहते थे कि खेल चलता रहे। लेकिन खेल तभी आगे बढ़ पाएगा, जब हम इसके लिए मानसिक रूप से तैयार होंगे।

भारत का क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया एकादश के साथ शुक्रवार और शनिवार को होने वाला 2 दिवसीय अभ्यास मैच ह्यूज की मौत की खबर के बाद ही रद्द कर दिया गया था।

सदरलैंड ने कहा कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने इस दर्दनाक हादसे के बाद उन्हें काफी सहयोग दिया है। बीसीसीआई स्थिति को बहुत अच्छी तरह समझता है और वह सीए को हरसंभव मदद दे रहा है। (वार्ता)

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