उल्लेखनीय है कि 10 मार्च को वेस्ट इंडीज और श्रीलंका के बीच पहले एकदिवसीय मुकाबले के दौरान श्रीलंका की पारी के 22वें ओवर में एक विवादस्पद घटना घटी थी। तब गुनातिलका 55 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे। 22वें ओवर की पहली गेंद पर गुनातिलका डिफेंस शॉट खेलते हुए एक रन के लिए क्रीज से भागे और इस दौरान पोलार्ड रन आउट के लिए गेंद लेने के लिए खड़े थे। इस बीच पोलार्ड और अन्य खिलाड़ियों की अपील पर गुनातिलका को क्षेत्र रक्षण में बाधा पहुंचाने के लिए आउट करार दे दिया गया था।
ऐसे वाक्ये क्रिकेट के मैदान पर काफी देखे गए हैं। पाकिस्तान के कप्तान इंजमाम उल हक और मोह्मद हफीज तक ऐसे आउट हुए हैं। लेकिन नियम यह कहता है कि अगर बल्लेबाज रन लेने की कोशिश में हो और थ्रो करने वाले फील्डर को देखकर अपना रास्ता बदले और गेंद उसके शरीर पर लगे तो वह आउट करार दिया जाएगा।