समझा जाता है कि श्रीलंका दौरे पर जाने वाली भारतीय टीम को 13 जुलाई को पहले वनडे मुकाबले से पहले तैयारी के लिए कम से कम एक हफ्ते का समय दिया जाएगा। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने शुरू में बेंगलुरु में प्रशिक्षण शिविर की मेजबानी करने के बारे में सोचा था, लेकिन कोरोना से बिगड़ती स्थिति और लगातार लगते लॉकडाउन ने इस संभावना को खत्म कर दिया।
जानकारी के मुताबिक भारतीय टीम दौरे पर रवाना होने से पहले क्वारंटीन में रहेगी और उसे जरूरत पड़ने पर श्रीलंका पहुंचने पर भी आइसोलेशन से गुजरना पड़ सकता है, जो श्रीलंका में बायो-प्रोटोकॉल पर निर्भर करता है। इस बीच मंगलवार तक श्रीलंका के स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि भारत, वियतनाम, दक्षिण अफ्रीकी और दक्षिण अमेरिकी देशों के उन लोगों को केवल एक ही दिन के क्वारंटीन में रहना पड़ेगा जिन्होंने कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लगवा लिए हैं। ये नियम 30 जून तक लागू हैं। आदेश में यह भी कहा गया है कि दिशा-निर्देश 30 जून के बाद बदल सकते हैं और भारतीय टीम के श्रीलंका के लिए रवाना होने तक विभिन्न नियम लागू हो सकते हैं। उन लोगों के लिए भी अलग नियम लागू हो सकते हैं जिन्हें वैक्सीन का एक ही डोज लगा है।
भारतीय टीम के सभी सदस्यों को प्रस्थान करने से पहले कोरोना टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट अपने साथ रखनी होगी और श्रीलंका पहुंचने पर दिखानी होगी। इसके बाद होटल में एक दिन के क्वारंटीन के बाद उन्हें फिर से नेगेटिव आना होगा। श्रीलंका दौरे के मद्देनजर बीसीसीआई ने पहले ही खिलाड़ियों को वैक्सीन लगवाने की सलाह दी थी, लेकिन टीम के कितने सदस्य प्रस्थान से पहले दोनों डोज ले पाते हैं, यह देखना होगा। वहीं टीम चुनने के लिए चयन समिति की बैठक की तारीख के बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं है, हालांकि यह जल्द होने की उम्मीद है। समझा जाता है कि शिखर धवन को कप्तानी सौंपी जा सकती है, जबकि श्रेयस अय्यर की उपलब्धता अभी भी अनिश्चित है। (वार्ता)