राहुल द्रविड़ के इस बयान से पता लग जाता है कि मुंबई टेस्ट में पुजारा और रहाणे में से कौन होगा बाहर
बुधवार, 1 दिसंबर 2021 (12:33 IST)
कानपुर:भारतीय कोच राहुल द्रविड़ ने पहला टेस्ट रोमांचक अंदाज में दो टूक शब्दों में कहा कि अजिंक्य रहाणे को फॉर्म में लौटने के लिए बस एक बढ़िया पारी की ज़रूरत है जबकि मुंबई में होने वाले अगले टेस्ट में श्रेयस अय्यर की जगह पर अभी कोई भी फै़सला लेना जल्दबाज़ी होगा।
उनके इस बयान का अर्थ यह भी निकाला जा सकता है कि मुंबई टेस्ट में वह अंतिम ग्यारह में शामिल हो सकते हैं और गाज चेतेश्वर पुजारा पर गिर सकती है क्योंकि कप्तान विराट कोहली टीम में मौजूद रहेंगे।
कानपुर में पहले टेस्ट के ड्रॉ होने के बाद भारतीय टीम के कप्तान रहाणे अभी तक मैच के परिणाम के बारे में सोच रहे होंगे। उनकी टीम जीत से बस एक विकेट दूर थी। एक तरफ़ रहाणे पिच, रणनीति और टीम के खिलाड़ियों के बारे में विवेचना कर रहे होंगे। वहीं दूसरी तरफ भारतीय कोच से रहाणे के फ़ॉर्म के बारे में पूछा जा रहा था।
रहाणे का औसत 24.39 रहा
पिछले 16 टेस्ट मैचों में रहाणे का औसत 24.39 का रहा है जिसमें बॉक्सिंग डे टेस्ट में उनका शतक भी शामिल है। कानपुर टेस्ट में उन्होंने पहली पारी में 35 और दूसरी पारी में 4 रन बनाएं। उनके पूरे करियर का औसत अब 40 से भी कम है और भारत में उनका औसत 35.73 का है।
द्रविड़ से पूछा गया कि क्या वह रहाणे के रनों की कमी को लेकर चिंतित हैं? द्रविड़ ने कहा, "मैं इस बात को लेकर चिंतित नहीं हूं। साथ ही आप भी चिंता न करे, बेशक आप चाहते हैं कि अजिंक्या अधिक से अधिक रन बनाएं। वह एक गुणवत्तापूर्ण खिलाड़ी हैं। उन्होंने अतीत में भारत के लिए अच्छा प्रदर्शन किया है। वह उन लोगों में से हैं जिनमें रन बनाने की चाह है। उनके पास अनुभव है। उम्मीद है कि यह सिर्फ़ एक पारी की बात है, एक मैच की बात है, जहां वह इस ख़राब दौर से पार पा सकते हैं।"
रहाणे के बल्ले से रनों की कमी तब और ज़्यादा गंभीर मुद्दा बन गई जब पूर्णकालिक कप्तान विराट कोहली ने इस टेस्ट में आराम करने का निर्णय लिया और उनकी जगह पर टीम में जगह बनाने वाले श्रेयस अय्यर ने टेस्ट पदार्पण पर शतक और अर्धशतक बनाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बन गए।
द्रविड़ से यह पूछा गया कि क्या अय्यर को अगले टेस्ट में टीम में बरक़रार रखा जाएगा। द्रविड़ ने कहा, "हमने मुंबई में होने वाले अगले टेस्ट के लिए प्लेइंग इलेवन तय नहीं की है। अभी इस बारे में बात करना जल्दबाज़ी होगी। हम अभी तक सिर्फ़ इस टेस्ट के बारे में सोच रहे हैं। जब हम मुंबई पहुंचेंगे तो वहां की परिस्थितियों और पिच को देखेंगे। हम खिलाड़ियों की फ़िटनेस पर नज़र रखेंगे। विराट कोहली भी हमारे साथ जुड़ेंगे इसलिए उनसे सलाह मशविरा किया जाएगा। फिर हम तय करेंगे कि प्लेइंग इलेवन में कौन होगा।"
रहाणे के अलावा, चेतेश्वर पुजारा का फ़ॉर्म भी हालिया समय में कुछ ख़ास नहीं रहा है, जिन्होंने आख़िरी बार जनवरी 2019 में शतक बनाया था।
अगर किसी बल्लेबाज के बाहर निकलने की सबसे ज्यादा संभावना है तो वह बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ही हैं। 2018-19 के ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद से पुजारा के बल्ले से एक भी शतक नहीं निकला है और उनकी औसत 28.61 की रही है। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में उन्होंने कई अहम पारियां ज़रूर खेली लेकिन पूरी तरह अपनी लय प्राप्त नहीं कर पाए। इसी के कारण इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट महज़ 36.1 का रहा है। कानपुर टेस्ट में उन्होंने क्रमशः 26 और 22 रन बनाए।
यहां तक कि कोहली को भी शतक लगाए दो साल हो चुके हैं।अब यह देखना मज़ेदार होगा कि कोहली और द्रविड़ किस तरह की चयन प्रकिया के साथ टीम आगे बढ़ेंगे।