रेलवे ने इस पुरस्कार राशि के अलावा भारतीय कप्तान मिताली राज और उपकप्तान हरमनप्रीत कौर को प्रमोशन देते हुए ओएसडी बना दिया है जबकि अन्य आठ खिलाड़ियों को उनके मौजूदा ग्रेड से ऊपर एक ग्रेड और दे दिया गया है। इन 10 खिलाड़ियों में मिताली, हरमनप्रीत, एकता बिष्ट, पूनम राउत, वेदा कृष्णामूर्ति, पूनम यादव, सुषमा वर्मा, मोना मेशराम, राजेश्वरी गायकवाड़ और नुजहत परवीन शामिल हैं।
कप्तान मिताली और उपकप्तान हरमनप्रीत को ओएसडी बना दिया गया है। मौजूदा समय में एकता बिष्ट, पूनम यादव, राजेश्वरी गायकवाड़ और मोना मेशराम जूनियर क्लर्क थीं जिन्हें एक ग्रेड की पदोन्नति मिल गई है। वेदा और परवीन दोनों अकाउंट्स क्लर्क से अगले ग्रेड में पदोन्न्त हो गई हैं। सुषमा टीसीआर से और पूनम राउत ऑफिस सुपरिटेंडेंट से अगले ग्रेड में पदोन्नत की गई हैं।
इस सम्मान समारोह में ऐसा लग रहा था कि रेल मंत्रालय के तहत तमाम विभागों के कर्मचारी वहां इन खिलाड़ियों को देखने के लिए एकत्रित हो गए हैं। इतनी भीड़ थी कि मीडियाकर्मियों को इन लोगों के पीछे खड़े होकर तमाम कार्यक्रम देखना पड़ा। इस भीड़ को देखकर यह बात तो साबित हो गई कि प्रशंसकों ने अब महिला क्रिकेटरों को भी पहचानना शुरू कर दिया है और उन्हें नई लोकप्रियता मिल रही है।
यह एक दिलचस्प तथ्य है कि मौजूदा समय में भारतीय क्रिकेट में जो महिला खिलाड़ी खेल रही हैं, उनमें से 975 रेलवे में कार्यरत हैं, जबकि विश्वकप की 15 सदस्यीय टीम में से 10 खिलाड़ी रेलवे से ही थीं। पूर्व भारतीय कप्तान डायना इडुलजी ने तो रेलवे को महिला क्रिकेट की लाइफलाइन कहा है। (वार्ता)