श्रीलंकाई टीम के गेंदबाजों ने जहां भारतीय बल्लेबाजों को पहले मैच में काफी परेशान किया तो वहीं दूसरे मैच में वे केवल छ: विकेट ही ले सके और अब दिल्ली में टीम को अपने सबसे अनुभवी गेंदबाज़ के बिना ही उतरना पड़ा है, वहीं वैंडरसे के पास केवल 11 वनडे और सात ट्वंटी 20 अंततराष्ट्रीय मैचों का ही अनुभव है, जिसमें उन्होंने 14 विकेट लिए हैं। मेहमान टीम अब हेरात की अनुपस्थिति में अपने लेफट आर्म स्पिनर लक्षन संदाकन पर निर्भर करेगी। (वार्ता)