दूसरे दिन का खेल समाप्त होने पर जाफर 120 गेंद में 61 रन बनाकर खेल रहे थे जबकि अक्षय वखारे ने अभी खाता नहीं खोला है। विदर्भ अभी भी पहली पारी में 89 रन से पीछे है। तीसरे दिन दिल्ली के गेंदबाजों पर पकड़ बनाने का दबाव होगा और उनका प्रदर्शन निर्णायक साबित हो सकता है। अपने कल के स्कोर छ: विकेट पर 271 रन से आगे खेलते हुए दिल्ली के निचले क्रम के बल्लेबाज गुरबाणी का सामना नहीं कर सके।
दिल्ली ने अपने आखिरी चार विकेट पांच रन के भीतर गंवा दिए। गुरबाणी ने विकास मिश्रा, नवदीप सैनी और शोरे को लगातार तीन गेंदों पर आउट किया। शोरे ने अपनी पारी में 21 चौके लगाए। विदर्भ ने लंच तक बिना किसी नुकसान के 45 रन बना लिए थे।
दो विकेट लेने के बाद दिल्ली के कप्तान ऋषभ पंत ने अपने सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज नवदीप सैनी को गेंद सौंपी जिसका फायदा भी मिला। कर्नाटक के खिलाफ सेमीफाइनल में अर्धशतक जमाने वाले अनुभवी गणेश सतीश (12) को सैनी ने पगबाधा आउट किया। आखिर में कुलवंत केजरोलिया ने अपूर्व वानखेड़े को विकेट के पीछे पंत के हाथों लपकवाया। (भाषा)