रवि शास्त्री ने स्काइप के जरिए दिया अपना इंटरव्यू

सोमवार, 10 जुलाई 2017 (19:44 IST)
मुंबई। अनिल कुंबले के कोच पद से इस्तीफा देने के बाद टीम इंडिया के कोच का पद खाली हुआ है, जिसे भरने के लिए बीसीसीआई की तीन सदस्यीय समिति को कोच के लिए सोमवार को उम्मीदवारों का साक्षात्कार लेना था। कोच पद की रेस में सबसे आगे रवि शास्त्री व्यक्तिगत रूप से साक्षात्कार के लिए मौजूद नहीं थे। उन्होंने स्काइप के जरिए ब्रिटेन से अपना इंटरव्यू दिया। 
 
टीम इंडिया के कोच पद के लिए 10 आवेदन आए थे, जिनमें से रवि शास्त्री और वीरेन्दर सहवाग सहित छह को शार्टलिस्ट किया गया था। बीसीसीआई के क्रिकेट सेंटर में इंटरव्यू लिए गए। तीन सदस्यीय समिति से गांगुली और लक्ष्मण क्रिकेट सेंटर में मौजूद थे जबकि लंदन में मौजूद सचिन वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए उनसे जुड़े। 
 
शास्त्री और सहवाग के अलावा टॉम मूडी, रिचर्ड पायबस, डोडा गणेश, लालचंद राजपूत, लांस क्लूजनर, राकेश शर्मा (ओमान राष्ट्रीय टीम कोच), फिल सिमंस और उपेंद्र ब्रह्मचारी (इंजीनियर, क्रिकेट की पृष्टभूमि नहीं) ने इस पद के लिए आवेदन किया था। नए कोच से दो साल का अनुबंध होना है, जो 2019 विश्व कप तक के लिए होगा।          
 
छह उम्मीदवारों सहवाग, पायबस, राजपूत, शास्त्री, सिमंस और मूडी का इंटरव्यू होना था। शास्त्री व्यक्तिगत रूप से साक्षात्कार के लिए मौजूद नहीं थे। उन्होंने स्काइप के जरिए ब्रिटेन से अपना इंटरव्यू दिया। शास्त्री चैंपियनशिप के बाद ब्रिटेन में ही रुक गए थे।
           
सहवाग ने क्रिकेट सेंटर पहुंचकर अपना साक्षात्कार दिया। उनका लगभग दो घंटे तक साक्षात्कार चला जिसके बाद वह क्रिकेट सेंटर से चले गए। उम्मीदवारों के साक्षात्कार पूरे होने के बाद संवाददाता सम्मेलन में गांगुली ने कोच के लिए कुछ दिनों का इंतजार करने की घोषणा की। 
         
गांगुली के साथ मौजूद लक्ष्मण ने बताया कि राजपूत, सहवाग ,पायबस, शास्त्री और टॉम मूडी ने अपना इंटरव्यू दिया। सिमंस उपलब्ध नहीं हो सके। गांगुली ने बताया कि समिति सभी चीजों को लयबद्ध कर बीसीसीआई को सौंप देगी। समिति के कोच का फैसला टालने का मतलब है कि भारत को श्रीलंका दौरे पर प्रमुख कोच के बिना जाना होगा। भारत को श्रीलंका में पहला टेस्ट 26 जुलाई से खेलना है।
          
गांगुली ने कहा, हम फिलहाल किसी जल्दबाजी में नहीं हैं। श्रीलंका दौरा एक सप्ताह बाद होना है। बोर्ड के सचिव अमिताभ चौधरी और सीईओ राहुल जौहरी फिलहाल अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह करते रहेंगे। हम विराट से बात करेंगे जब वह अमेरिका से लौट आएंगे।
         
पूर्व कप्तान ने कहा, हम विराट को बताना चाहेंगे कि कोच अपने तरीके से काम करना चाहते हैं और उसके बाद ही हम कोच की घोषणा करेंगे। एकबार जब घोषणा हो जाएगी तो कोच 2019 विश्वकप तक रहेगा।
          
उल्लेखनीय है कि कुंबले ने अपना पद विराट के साथ विवाद के चलते ही छोड़ा था। विराट और टीम के कुछ खिलाड़ियों को कुंबले का काम करने का तरीका पसंद नहीं था। कुंबले ने भी कोच के लिए आवेदन किया था लेकिन फिर खराब संबंधों का हवाला देते हुए उन्होंने खुद को होड़ से हटा लिया था।
         
भारत इंग्लैंड में जून में समाप्त हुई चैंपियंस ट्रॉफी के बाद कोच के बिना है और उसने वेस्टइंडीज का दौरा कोच के बिना ही पूरा किया, जहां उसने वनडे सीरीज 3-1 से जीती और एकमात्र ट्वंटी-20 मैच गंवाया।

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