इस कारण आखिरी टेस्ट में टीम के साथ नहीं दिखेंगे कोच रवि शास्त्री
सोमवार, 6 सितम्बर 2021 (18:08 IST)
चौथा टेस्ट मैच निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुका है लेकिन चौथे टेस्ट के पहले ही विश्सनीय सूत्रों से यह खबर सुनने को मिल रही है कि कोच रवि शास्त्री भारतीय टीम के साथ मैनचेस्टर में खेले जाने वाले टेस्ट मैच का हिस्सा नहीं रहेंगे।
गौरतलब है कि शास्त्री लेटरल फ्लो जांच (रैपिड एंटीजन जांच) में पॉजिटिव मिले है। उनके अलावा आज गेंदबाजी कोच भरत अरुण और क्षेत्ररक्षण कोच आर. श्रीधर भी कोरोना पॉजिटिव निकले हैं।तीनों अगले 10 दिनों तक क्वारंटीन में रहेंगे। संक्रमण अन्य खिलाड़ियों में ना फैले इस कारण यह फैसला लिया गया है।
रवि, श्रीधर, भरत और फिजियोथेरेपिस्ट नितिन पटेल शनिवार को रैपिड एंटीजन टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए थे, जिसके बाद उन्हें एहतियात के तौर पर आइसोलेशन में भेज दिया गया था। रविवार को इन सभी को वास्तविक आरटीपीसीआर टेस्ट किया गया, जिसमें रवि, श्रीधर और भरत पॉजिटिव पाए गए।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने इस बारे में एक बयान में कहा, “ उनका आरटी-पीसीआर टेस्ट हुआ है और वे लंदन में टीम होटल में ही रहेंगे और भारतीय टीम के साथ तब तक यात्रा नहीं करेंगे जब तक कि मेडिकल टीम से पुष्टि नहीं हो जाती। ”
उल्लेखनीय है कि ब्रिटेन में रहने वाले भारतीय मूल के डॉक्टर मुथुस्वामी और फिजियो योगेश परमार सहित अन्य लोगों की मौजूदगी वाली बीसीसीआई की मेडिकल टीम भारतीय टीम के सदस्यों की निगरानी कर रही है। इसके अलावा इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) द्वारा नियुक्त स्वास्थ्यकर्मियों की एक आम कोविड टीम है जो दोनों टीमों का कोरोना टेस्ट करती है। दोनों टीमों के सदस्यों का हर दिन आरटी-पीसीआर के साथ-साथ रैपिड एंटीजन टेस्ट भी होता है।
भारतीय टीम पांचवें और आखिरी टेस्ट मैच के लिए मैनचेस्टर रवाना होगी जाे 10 सितंबर से शुरू होगा। मुख्य कोच रवि शास्त्री समेत सपोर्ट स्टाफ के चार सदस्य पूरी तरह ठीक होने के बाद ही मैनचेस्टर की यात्रा कर पाएंगे।
तीन सप्ताह के ब्रेक के दौरान ऋषभ पंत के कोविड-19 से संक्रमित होने के बाद से भारतीय दल को हर दिन लेटरल फ्लो जांच करना होता है। यह समझा जा रहा है कि शास्त्री ने टीम होटल में किताब जारी (लॉन्च) करने के कार्यक्रम में शामिल होने के बाद इस बीमारी के लक्षण महसूस किए। इस कार्यक्रम में बाहर के मेहमानों को भी आने की अनुमति थी।