अश्विन ने वर्ष 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ पदार्पण टेस्ट में ही 128 रन पर नौ विकेट झटककर अपनी अपार प्रतिभा के संकेत दे दिए थे। उनका यह प्रदर्शन इसलिए भी खास था, क्योंकि वे नरेंद्र हिरवानी (16 विकेट) के बाद दूसरे भारतीय गेंदबाज थे, जिन्होंने अपने आगाज टेस्ट में ही इतना बेहतरीन प्रदर्शन किया।
अश्विन ने अपने पदार्पण के बाद शानदार प्रदर्शन कर टीम में जहां अपनी जगह नियमित की वहीं वे जरूरत पड़ने पर बल्ले से भी बेहतरीन प्रदर्शन कर ऑलराउंडर की कमी भी पूरी करते दिखते हैं। उन्होंने 22 साल बाद श्रीलंका को उसी की धरती पर रौंद कर सीरीज कब्जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और ‘मैन ऑफ द सीरीज’ के पुरस्कार से भी नवाजे गए। (वार्ता)