ऑस्ट्रेलिया के महान तेज गेंदबाज लिली ने 1981 में 56 टेस्ट मैचों में यह रिकॉर्ड बनाया था। इसके 36 साल बाद अश्विन ने यह रिकॉर्ड तोड़ा। अश्विन ने इस कड़ी में कई दिग्गजों को भी पीछे छोड़ा। श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन (58 टेस्ट), रिचर्ड हैडली, मैल्कम मार्शल और डेल स्टेन (61 टेस्ट) इनमें शामिल हैं।
अश्विन टेस्ट क्रिकेट में 300 से अधिक विकेट लेने वाले 5वें भारतीय गेंदबाज हैं। उनसे अधिक विकेट अनिल कुंबले (619), कपिल देव (434), हरभजन सिंह (417) और जहीर खान (311) ने लिए हैं। बिशन सिंह बेदी (266), भगवत चन्द्रशेखर (242) और ईरापल्ली प्रसन्ना (189) की मशहूर तिकड़ी तो काफी पीछे है।
अश्विन ने कहा कि मैं उम्मीद करता हूं कि 300 से दुगने विकेट ले सकूं। अभी मैंने 50 टेस्ट ही खेले हैं। स्पिन गेंदबाजी आसान नहीं है। हमने कई ओवर फेंके और ब्रेक का भी मुझे फायदा मिला। अब मैं तरोताजा महसूस कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि कैरम बॉल बेहतरीन गेंद है और पिछले 24 महीने में मैंने ज्यादा नहीं फेंकी। मैंने इस पर काफी मेहनत की है।
मेरा ब्रेक थोड़ा लंबा रहा लेकिन वॉर्सेस्टर में मैंने अच्छा प्रदर्शन किया और कई नई चीजें सीखीं। इससे संयम भी बढ़ा है, जब विकेट जल्दी नहीं मिल रहे हों। अश्विन का 300वां शिकार लाहिरु गामेगे थे जिन्हें उन्होंने 'दूसरा' पर आउट किया। उनका औसत 25.15 रन प्रति विकेट रहा है। (भाषा)