50वें टेस्ट तक के सफर ने अनुभवी बनाया : रविचंद्रन अश्विन

सोमवार, 24 जुलाई 2017 (18:12 IST)
गाले। भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन श्रीलंका के खिलाफ गाले में बुधवार से शुरू होने वाले पहले टेस्ट का हिस्सा बनने के साथ ही अपने टेस्टों का अर्धशतक भी पूरा कर लेंगे और उनका मानना है कि इस सफर ने उन्हें पहले से कहीं बेहतर और अनुभवी क्रिकेटर बना दिया है।
        
30 वर्षीय अश्विन ने अब तक 49 टेस्ट मैच खेले हैं और गाले में श्रीलंका के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज का पहला मैच उनका 50वां टेस्ट मैच भी होगा। ऑफ स्पिनर ने इन मैचों में अब तक 25.22 के औसत से 275 विकेट निकाले हैं तथा 32.25 के औसत से 1903 रन बनाए हैं।
        
अपने 50वें टेस्ट को लेकर उत्साहित दिख रहे अश्विन ने अपने टेस्ट सफर को लेकर कहा, यह मेरा 50वां टेस्ट मैच होगा और पहले से लेकर 50वें मैच तक का सफर अच्छा रहा है जिसने मुझे ज्यादा परिपक्व और अनुभवी क्रिकेटर बनाया है। मुझे नहीं पता कि आने वाले समय में मैं और कितने टेस्ट खेल सकूंगा, लेकिन जितने भी मैच मैंने अभी तक खेले हैं, उससे मैं एक बेहतर क्रिकेटर बन गया हूं।
       
वर्ष 2015 के श्रीलंका दौरे और मौजूदा दौरे को लेकर अश्विन ने कहा कि उस समय महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली के बीच कप्तानी को लेकर अदला-बदली से टीम की स्थिति 'सैंडविच' जैसी हो गई थी लेकिन अब इसमें बदलाव आया है। उन्होंने कहा, हमने पिछले कुछ वर्ष में बहुत ही अच्छा क्रिकेट खेला है और कई युवा खिलाड़ी भी टीम से जुड़े हैं। हमने कई टेस्ट जीते हैं और अब हम कहीं बेहतर टीम बने हैं।
        
दुनिया की नंबर एक टेस्ट टीम के तौर पर श्रीलंका पहुंची भारतीय टीम को लेकर उन्होंने कहा, हमारी टीम के खिलाड़ी लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, मैंने, रवींद्र जडेजा ने भी अच्छा किया है और कई युवा खिलाड़ी भी निरंतर बढ़िया खेल रहे हैं और इनके खेल ने ही टीम को इस स्थिति में पहुंचाया है।
       
भारतीय टीम श्रीलंका टेस्ट में नए कोच रवि शास्त्री के साथ पहुंची है और उनके साथ तैयारियों को लेकर अनुभवी क्रिकेटर ने कहा, रवि भाई पहले भी हमारे साथ रहे हैं और वह काफी सकारात्मक व्यक्ति हैं। वह आखिरी दौरे में भी गाले में हमारे साथ थे जब हम मैच हारे थे लेकिन उन्होंने हम सभी का मनोबल काफी बढ़ाया था। अनिल कुंबले के बाद भारतीय टीम का कोच बने शास्त्री का यह टीम के साथ पहला दौरा है। हालांकि 2015 में भारत की 2-1 की जीत के दौरान शास्त्री बतौर टीम निदेशक श्रीलंका दौरे पर टीम के साथ रहे थे।
         
गेंदबाजी के साथ साथ अश्विन निचले क्रम पर काफी अच्छे बल्लेबाज भी हैं और आगामी टेस्ट से पहले अपनी बल्लेबाजी की तैयारियों को लेकर उन्होंने कहा, मैंने बल्लेबाजी में काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। मुझे पहले टेनिस एल्बो की समस्या थी जिससे मैं अच्छा बल्लेबाजी नहीं कर सका। लेकिन मैंने खुद के लिए टारगेट बनाए हैं और अब मेरा ग्राफ काफी बेहतर हुआ है।
         
विदेशी दौरों में कुछ खराब प्रदर्शन और टीम से बाहर किए जाने के डर को लेकर पूछने पर अश्विन ने कहा, मैं टीम में केवल नाम के लिए नहीं रहना चाहता और खुद की जगह बचाने पर ध्यान नहीं देता। मैं जब तक अपने खेल का मजा नहीं लेता तब तक खेलना पसंद नहीं करता। पिछले वर्ष में मेरे खेल में काफी सुधार आया है और मैं टीम में जगह को लेकर चिंतित नहीं हूं। (वार्ता)

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