अरुण ने माना कि नए गेंदबाज चहल और कुलदीप ने शानदार प्रदर्शन इसलिए किया, क्योंकि कलाई के स्पिनर पिच से मिलने वाली मदद और हालात पर निर्भर नहीं रहते। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कल होने वाले श्रृंखला के चौथे एकदिवसीय मैच से पहले अरुण ने कहा, वे (चहल और कुलदीप) काफी सकारात्मक हैं। वे गेंद को फ्लाइट करने से डरते नहीं हैं। कुछ पाने के लिए गेंद को ज्यादा घुमाने से भी नहीं डरते और इसके साथ ही विकेट (पिच और हालात) पर ज्यादा निर्भर नहीं रहते हैं।
कुलदीप और चहल की शानदार गेंदबाजी के बूते भारत ने छह मैचों की इस श्रृंखला में 3-0 की अपराजेय बढ़त बना ली है। पिछले साल भारत के श्रीलंका दौरे से टीम में साथ खेलना शुरू करने वाले इन दोनों गेंदबाजों ने 17 मैच में 32 शिकार किए हैं। इस शानदार प्रदर्शन के बाद भी गेंदबाजी कोच का मानना है कि विश्व कप टीम के लिए जगह बाकी है।
उन्होंने कहा, हमारे पास गेंदबाजों का अच्छा पूल है और हम जिस तरह से क्रिकेट खेल रहे हैं, उसे देखते हुए हर प्रारूप में गेंदबाजों को तरोताजा रखने के लिए हमें उन्हें रोटेट करके मौका देना होगा। उन्होंने कहा, ऐसा नहीं है कि अश्विन और जडेजा एकदिवसीय टीम में शामिल होने की दौड़ में नहीं हैं। वे अब भी टीम में जगह बना सकते हैं। (भाषा)