लियोन को कुलदीप यादव की गेंद के पैड पर लगने के बाद पगबाधा करार दिया गया। इस ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने नॉन स्ट्राइकर छोर पर खड़े मिशेल स्टार्क से पूछा कि उन्हें अंपायर के फैसले की समीक्षा लेने का विकल्प लेना चाहिए या नहीं, लेकिन दोनों ने ऐसा नहीं करने का फैसला किया जबकि उस समय पारी के 2 रिव्यू बचे हुए थे और केवल 2 ही विकेट रह गए थे।
चौथे दिन स्टंप तक ऑस्ट्रेलियाई टीम पहली पारी में 300 रनों के स्कोर पर सिमट गई जिससे भारत ने फॉलोऑन देने का फैसला किया। भारत ने 7 विकेट पर 622 रनों पर पहली पारी घोषित की थी। पोंटिंग ने चैनल-7 पर कहा कि वो आउट होना काफी कुछ बताता है, इससे पता चलता है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम की मानसिक स्थिति अभी कैसी है? कहीं भी कोई भी निराशा नहीं दिखती। उन्होंने इस पहलू के बारे में क्यों नहीं सोचा? उनके पास तब भी 2 रिव्यू बचे थे।
पोंटिंग ने स्टार्क भी आलोचना की, जो दूसरे छोर पर थे और उन्होंने इसमें कोई मदद नहीं की। उन्होंने कहा कि सीधे इंकार कर देने से मिशेल स्टार्क का मतलब था कि यह फैसला लेना मुझ पर नहीं निर्भर नहीं करता, तुम्हें फैसला करना है। दुर्भाग्य से जब आप क्रीज पर होते हो तो यह भागीदारी होती है। आप अपने साथी खिलाड़ी को बचाने के लिए सब कुछ करने की कोशिश कर सकते हो। लेकिन वहां ऐसा कुछ देखने को नहीं मिला।