पंत ने बीसीसीआई की वेबसाइट पर कहा, जब मैं बल्लेबाजी के लिए उतरा तो काफी ओवर थे। हनुमा विहारी और मैं अच्छी साझेदारी बनाना चाहते थे और देर तक टिककर खेलना चाहते थे। मैंने धीरे-धीरे आत्मविश्वास हासिल कर लिया।उन्होंने कहा, इस शतक से आत्मविश्वास काफी बढ़ा है। मैं एक महीने से ऑस्ट्रेलिया में हूं, लेकिन गले में अकड़न के कारण पहला अभ्यास मैच नहीं खेल सका था।
उन्होंने कहा, पहली पारी में दुर्भाग्यशाली रहा, क्योंकि मुझे लगता है कि मैं पगबाधा आउट नहीं था। दूसरी पारी में लंबा खेलने के इरादे से ही उतरा था और नतीजा सामने है।पंत ने कहा कि गुलाबी गेंद से अभ्यास मैच खेलना जरूरी था।
उन्होंने कहा, गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया, बल्लेबाजों को अच्छा अभ्यास मिल गया। सभी का प्रदर्शन अच्छा रहा और यह अभ्यास काफी जरूरी था, क्योंकि दूधिया रोशनी में खेलना थोड़ा मुश्किल होता है।(भाषा)