उन्होंने कहा कि मुंबई इंडियंस की कप्तानी करते हुए और मैदान पर फैसले लेते हुए मुझे याद ही नहीं रहा कि मैं सोचूं कि अगर मैं चोटिल हो गया तो क्या होगा? रोहित ने कहा कि और जब मैं भारत के लिए खेल रहा था तो बल्लेबाजी करते हुए मुझे कोई विचार नहीं आते। नकारात्मक बातों का कोई स्थान नहीं होता। (भाषा)