28 वर्षीय रोहित ने कहा कि मेरा मानना है कि मैदान पर जाते ही शॉट खेलना आसान नहीं होता। आपको सबसे पहले एक नींव रखने की जरूरत है और उसके बाद आप मैच की परिस्थिति के अनुसार खेल सकते हैं। मुझे पता है कि एक बार जब मैं टीम को एक मजबूत नींव देता हूं तो फिर उसके बाद मैं अपना स्वाभाविक खेल खेलता हूं।