कार्यवाहक कप्तान ने चहल से कहा, ‘आपको छक्के जड़ने के लिए ‘डोले-शोले’ की जरूरत नहीं है, तुम (चहल) भी लगा सकते हो।’ उन्होंने कहा, ‘वैसे छक्के मारने के लिए ‘पॉवर’ ही नहीं चाहिए, बल्कि टाइमिंग की भी जरूरत होती है, गेंद बल्ले के बीच में आनी चाहिए, आपकी पोजीशन सही होनी चाहिए। सिर सीधा होना चाहिए। अगर आप इन चीजों को ध्यान रखोगे तो छक्के लगेंगे।’
रोहित की पारी 6 छक्के जड़े थे। इनमें 10वें ओवर में लगाए गए लगातार 3 छक्के भी शामिल हैं। यह पूछने पर कि क्या वह लगातार 6 छक्के जड़ने की कोशिश में थे तो रोहित ने कहा, ‘कोशिश तो यही थी, मुझे 6 छक्के लगाने थे। लेकिन चौथे से चूकने के बाद मैंने सोचा कि अब एक रन ही लूंगा। मैं मूव किए बिना हिट करने की कोशिश कर रहा था।’
रोहित ने पारी के बारे में बात करते हुए कहा, ‘किसी का लंबी पारी खेलना अहम था क्योंकि जब एक बल्लेबाज लंबी पारी खेलता है तो वह टीम को जीत तक पहुंचा सकता है। मैं खुद के प्रदर्शन से खुश हूं। लेकिन इससे ज्यादा टीम के लिए खुश हूं।’
उन्होंने कहा, ‘हम दबाव में थे क्योंकि हम पहला मैच गंवा चुके थे लेकिन हमने सारी जरूरी चीजें कीं। निश्चित रूप से हम इससे बेहतर भी कर सकते हैं।’ निर्णायक तीसरा मैच रविवार को नागपुर में खेला जाएगा जिसके बाद 2 टेस्ट मैचों की श्रृंखला होगी।