रोहित ने अपने करियर में पहली बार ओपनिंग में उतरते हुए जबरदस्त बल्लेबाजी की और सीरीज़ में तीन शतकों की मदद से सबसे अधिक 529 रन बनाए। उन्होंने विशाखापत्तनम में पहले टेस्ट में 176 और 127 रन तथा रांची में तीसरे टेस्ट में 212 रन बनाए। रोहित को आखिरी टेस्ट में उनके दोहरे शतक के लिए मैन ऑफ द मैच और उसके साथ ही प्लेयर ऑफ द सीरीज़ का पुरस्कार मिला।
गेंदबाजी में अश्विन का जलवा रहा, जिन्होंने फ्रीडम ट्रॉफी में 25.26 के औसत से सर्वाधिक 15 विकेट लिए। हालांकि उमेश यादव का 12.18 का सर्वश्रेष्ठ औसत रहा। यादव को दूसरे टेस्ट में टीम में जगह मिली थी और उन्होंने दो मैचों में 11 विकेट लिए। मोहम्मद शमी 13 विकेट और 14.76 के औसत के साथ तीसरे स्थान पर रहे। जड़ेजा ने 30.69 के औसत से 13 विकेट हासिल किए और जबरदस्त ऑलराउंड प्रदर्शन किया।