एशिया कप को छोड़ दिया जाए तो रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत हर दिन सफलता की इबारत लिख रहा है। एशिया कप पहला ऐसा टूर्नामेंट था जहां भारत रोहित शर्मा की कप्तानी में पहली बार कप नहीं जीत पाया था। लेकिन घरेलू पिचों पर उनकी अगुवाई में भारत इस साल एक भी सीरीज नहीं हारा है।
दक्षिण अफ्रीका से भी सीरीज जीतने में भारत लगभग 1 मैच दूर है। दक्षिण अफ्रीका एक ऐसी टीम है जिससे भारत इस साल किसी भी प्रारूप की सीरीज नहीं जीत पाया है।
रोहित शर्मा ने एक कदम तो बढ़ा दिया है। जिससे सीरीज जीत से पहले वह महेंद्र सिंह धोनी से आगे निकल गए हैं।रोहित शर्मा ने इस साल अपनी कप्तानी में टीम इंडिया के लिए 16 टी-20 मैचों में जीत पाई है, जो किसी एक वर्ष में भारतीय कप्तान के लिए सर्वाधिक जीत है। इससे पहले महेंद्र सिंह धोनी ने साल 2016 में अपनी कप्तानी में कुल 15 टी-20 जीते थे।
हालांकि रोहित के ज्यादातर मैच घरेलू मैदान पर थे और साल 2016 में महेंद्र सिंह धोनी ने ज्यादातर मैच भारत के बाहर खेले थे जिसमें एशिया कप भी था जो धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया जीता था।रोहित शर्मा ने कप्तानी का करियर अभी अभी शुरु किया है। अगर ऐसे ही वह आगे बढ़ते गए तो महेंद्र सिंह धोनी से आगे वह आने वाले सालों में निकल जाएंगे।
रोहित शर्मा कुल 31 टी-20 अंतरराष्ट्रीय में भारत की कप्तानी कर चुके हैं। जिसमें से सिर्फ 5 मैच रोहित शर्मा की अगुवाई में हारे हैं। इसमें जीत प्रतिशत लगभग 84 का हो जाता है। वहीं महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में भारत ने 72 मैच खेले जिसमें से 41 में जीत तो 28 में भारत को हार मिली। ऐसे में धोनी का जीत प्रतिशत 56 है। जीत प्रतिशत के मामले में रोहित धोनी पर काफी बीस हैं। लेकिन यह महज शुरुआत है।
दूसरे प्रारूप में भी रोहित शर्मा घर पर रहे शेर
रोहित शर्मा ने टी-20 विश्वकप से जैसे ही कप्तानी की कमाल संभाली थी वैसे ही टीम का काया पलट हो गया था। खासकर टी-20 क्रिकेट में टीम अविजित लग रही थी।रोहित की कप्तानी में भारत ने इस साल वेस्टइंडीज, श्रीलंका का घरेलू मैदान पर सूपड़ा साफ किया। इसके बाद इंग्लैंड में 2-1 से सीरीज जीती।
वहीं वनडे में भी रोहित शर्मा की कप्तानी कुछ ऐसी ही थी। घरेलू मैदान पर वेस्टइंडीज से 3-0 से सीरीज जीतने के बाद इंग्लैंड में भी रोहित शर्मा ने 2-1 से सीरीज जीती।
वहीं टेस्ट में भी रोहित शर्मा अब तक अविजित रहे। श्रीलंका को घरेलू मैदान पर 2-0 से हराया। इंग्लैंड के खिलाफ एक मात्र टेस्ट जसप्रीत बुमराह की कप्तानी में खेला गया था।