पोलाक ने ‘स्काई स्पोर्ट्स’ के साथ पोडकास्ट पर कहा, ‘उन्होंने एक बार ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाने को लेकर मेरे साथ बात की थी और बताया था कि उन्हें अब शॉर्ट पिच गेंदों का सामना करने में दिक्कत होती है इसलिए वह विकेटकीपर और स्लिप के ऊपर से गेंद को खेल देते हैं।’
पोलाक ने कहा, ‘ऐसा भी समय था, विशेषकर उपमहाद्वीप में, जब आप सोचते थे, ‘मुझे यकीन नहीं है कि हम इस खिलाड़ी को आउट कर सकते हैं।’ महानतम बल्लेबाजों में से एक माने जाने वाले तेंदुलकर ने अपने शानदार अंतरराष्ट्रीय करियर के दौरान सभी तीन प्रारूपों में 34,357 रन बनाए।
तेंदुलकर ने एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 18,426 रन बनाने के अलावा टेस्ट क्रिकेट में 15,921 रन जुटाए। वह 100 अंतरराष्ट्रीय शतक (51 टेस्ट और 49 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय) जड़ने वाले दुनिया के एकमात्र बल्लेबाज हैं। (भाषा)