क्रिकेट के भगवान ने कहा, भारतीय टीम बांग्लादेश के खिलाफ गुलाबी गेंद से ऐतिहासिक टेस्ट खेलेगी

गुरुवार, 21 नवंबर 2019 (15:44 IST)
कोलकाता। भारत के पहले दिन-रात के टेस्ट को लेकर मची हाइप से सचिन तेंदुलकर को कोई ऐतराज नहीं है लेकिन उन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए भी कहा है कि क्रिकेट की गुणवत्ता से किसी स्तर पर समझौता नहीं किया जाए। भारतीय टीम शुक्रवार से बांग्लादेश के खिलाफ गुलाबी गेंद से ऐतिहासिक टेस्ट खेलेगी।
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तेंदुलकर ने एक इंटरव्यू में कहा कि सब कुछ दर्शकों को अधिक संख्या में मैदान में लाने और टेस्ट क्रिकेट को अधिक रोचक बनाने के लिए किया जा रहा है। यह अहम है लेकिन मेरा मानना है कि मैच के बाद आकलन किया जाना चाहिए। कितनी ओस थी और खेल के स्तर से समझौता तो नहीं किया गया?
 
उन्होंने कहा कि इसके 2 पहलू हैं। पहला, दर्शकों को मैदान पर लाना और दूसरा, साथ ही खेल की गुणवत्ता से समझौता नहीं करना। गेंद अगर गीली होने लगे और खेल पर उसका असर पड़े तो हमें देखना होगा कि हम क्या करना चाहते हैं? अगर ऐसा नहीं है तो बहुत बढ़िया है।
 
तेंदुलकर ने कहा कि लेकिन अगर ओस रहती है और अच्छा क्रिकेट देखने को नहीं मिलता तो इसका विश्लेषण जरूरी है। तेंदुलकर यह मैच देखने यहां पहुंची हस्तियों में से हैं। उन्होंने कहा कि यह अच्छी बात है। हमने दिखाया है कि हम आगे बढ़कर नई चीजें आजमाना चाहते हैं। हम कोशिश करेंगे और फिर देखेंगे कि यह कामयाब हुई या नहीं? सफलता का मानदंड स्टेडियम में मौजूद दर्शकों की संख्या ही नहीं होती। यह बस एक पहलू है।
 
गुलाबी गेंद से घसियाली पिच पर क्या स्पिनर प्रभावी होंगे? यह पूछने पर उन्होंने पिछले साल के पर्थ टेस्ट का जिक्र किया, जहां नैथन लियोन ने 8 विकेट लेकर भारत को 146 रनों से जीत दिलाई थी। उन्होंने कहा कि आमतौर पर स्पिनर कठोर और घास वाली पिच पर कुछ ज्यादा नहीं कर पाते लेकिन पिछले साल जब भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया गई थी तो पर्थ की पिच पर तेज गेंदबाजों को मदद मिली थी।
 
भारत के तेज आक्रमण की सफलता का श्रेय फिटनेस को देते हुए तेंदुलकर ने कहा कि हमारे पास 3 गेंदबाज हैं, जो 140 की गति से गेंदबाजी कर रहे हैं। उनका प्रदर्शन बेहतरीन रहा और इसका श्रेय फिटनेस को जाता है।

चौहान ने कहा, गुलाबी गेंद टेस्ट भारतीय क्रिकेट के लिए ऐतिहासिक : बलरामपुर में भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाज और उप्र सरकार के मंत्री चेतन चौहान ने शुक्रवार से कोलकाता में शुरू हो रहे भारत के पहले दिन-रात के टेस्ट मैच को देश में क्रिकेट के लिए ऐतिहासिक क्षण बताया है।
 
उन्होंने कहा कि भारत में दिन-रात के टेस्ट मैच की शुरुआत होकर एक इतिहास बनने जा रहा है, जो एक अच्छी परंपरा की बुनियाद होगी। उन्होंने इसके लिए भारतीय क्रिकेट बोर्ड के नए अध्यक्ष सौरव गांगुली को बधाई देते हुए कहा कि वर्तमान अध्यक्ष के घरेलू मैदान से इसकी शुरुआत हो रही है।
 
यहां एक कार्यक्रम के सिलसिले में आए चौहान ने कहा कि भारतीय टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में पहली बार गुलाबी गेंद का इस्तेमाल होने जा रहा है। यह टेस्ट मैच बल्लेबाजों के लिए एक चुनौती होगा। बल्लेबाजों को ध्यान ज्यादा देना पड़ेगा, क्योंकि सूर्यास्त के बाद बॉल ज्यादा स्विंग होगी जिसका फायदा तेज गेंदबाज को मिलेगा।
 
भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव को कम करने की चर्चा करते हुए चेतन चौहान ने कहा कि खेलों के माध्यम से संबंधों को मजबूत किया जाना चाहिए, क्योंकि लाखों की संख्या में क्रिकेट प्रेमी मैदान और टीवी पर मैच देखते हैं।
 
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से क्रिकेट मैच के लिए यह देखना पड़ेगा कि मौजूदा स्थिति क्या है और उसे देखते हुए नहीं लगता कि सरकार खेलने के लिए इजाजत देगी। पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देना बंद करे तो हालात बेहतर हो सकते हैं।

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