उन्होंने कहा, और आज यह भारतीय टीम का मजबूत पक्ष बन गया है। उसमें काफी बदलाव नहीं आया, लेकिन उसके आसपास के लोग बदल गए। उसका रवैया सिर्फ उसके प्रदर्शन के कारण बदला और एक खिलाड़ी के लिए यह महत्वपूर्ण है कि उसे खुद को जाहिर करने की स्वतंत्रता मिले।
उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि टीम में शानदार संतुलन है, कई स्पिनर हैं जो बल्लेबाजी कर सकते हैं, काफी तेज गेंदबाज हैं जो बल्लेबाजी कर सकते हैं। कल भुवनेश्वर (कुमार) ने जो किया वह हमने देखा, उसके और हार्दिक पंड्या जैसे लोग विदेशी दौरों पर टीम के संतुलन को बदलेंगे।
गावसकर ने इस दौरान मंसूर अली खान पटौदी से जुड़े किस्सों को याद किया और पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव और अजित वाडेकर की उनकी नेतृत्व क्षमता के लिए तारीफ की। इस मौके पर पूर्व भारतीय कप्तान वाडेकर, मोहम्मद अजहरुद्दीन, माधव आप्टे, नारी कांट्रैक्टर, विनोद कांबली और प्रवीण आमरे भी मौजूद थे। (भाषा)