सलमान ने कहा कि मेरे पिता चाहते थे कि मैं क्रिकेट खेलूं। यह आसानी से हो सकता था लेकिन मैं सुबह साढ़े 5 बजे क्रिकेट के अभ्यास के लिए नहीं जा सकता था। मेरे लिए यही जीवन बहुत मुश्किल है, क्रिकेट तो और भी मुश्किल हो जाता। अभिनेता रविवार शाम को टेनिस स्टार सानिया मिर्जा की आत्मकथा 'ऐस अगेंस्ट ऑड्स' को लांच करने के अवसर पर बोल रहे थे।
50 वर्षीय अभिनेता ने कहा कि सलीम दुर्रानी को मेरा कोच बनाया गया था। पहले दिन उन्होंने मुझे खेलते हुए देखा, मैंने बहुत अच्छा खेला था। दूसरे दिन मैंने वास्तव में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया था इसलिए तीसरे दिन उन्होंने मेरे पिता को बुलाया और कहा कि आपके बेटे का भविष्य बहुत उज्ज्वल है।
उन्होंने कहा कि समय पर स्कूल पहुंचना ही एक बड़ी समस्या थी। सुबह 9 बजे मुझे अपनी क्लास में पहुंचना होता था इसलिए मैं सुबह करीब 8.30 बजे उठता था और बहुत मुश्किल से समय पर स्कूल पहुंच पाता था। मैं दरअसल, निर्देशक बनना चाहता था। (भाषा)