शीर्ष तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने पिछली चार पारियों में तीन बार नाथन मैकस्वीनी को आउट किया है लेकिन ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज को उम्मीद है कि वह शनिवार से यहां शुरू हो रहे तीसरे टेस्ट में अपने भारतीय प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ रन बना पाएंगे।
पच्चीस साल के मैकस्वीनी के अंतररराष्ट्रीय करियर की पर्थ में निराशाजनक शुरुआत हुई जब बुमराह ने पहले टेस्ट की पारियों पारियों में उन्हें आउट किया जिसमें उन्होंने 10 अैर शून्य रन बनाए।
मैकस्वीनी ने हालांकि एडीलेड में 39 और नाबाद 10 रन की पारी खेली जिससे मेजबान टीम ने गुलाबी गेंद के टेस्ट में 10 विकेट से शानदार जीत दर्ज की और बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी को 1-1 से बराबर किया।
Cricket.com.au ने मैकस्वीनी के हवाले से कहा, अपने करियर की शुरुआत में जसप्रीत जैसे गेंदबाज का सामना करना, इससे ज्यादा मुश्किल कुछ नहीं है। एडीलेड में एक स्पैल खेलकर मैं कुछ आत्मविश्वास हासिल कर रहा हूं। मैं जितना ज्यादा उनका सामना करूंगा, मैं उनके खिलाफ उतना ही सहज हो जाऊंगा।
बुमराह ने पर्थ टेस्ट में आठ विकेट लिए थे जबकि एडीलेड में चार विकेट चटकाए जिससे मौजूदा दौरे पर भारत के सबसे सफल गेंदबाज हैं।डेविड वॉर्नर के संन्यास के बाद सलामी बल्लेबाज की जगह खाली होने के बाद मैकस्वीनी को पदार्पण का मौका मिला। उन्होंने बुमराह को बेजोड़ गेंदबाज बताया।
मैकस्वीनी ने कहा, पहली बार उनका सामना करना - वह काफी बेजोड़ गेंदबाज हैं। वह निश्चित रूप से विश्व स्तरीय हैं और मैंने जिन गेंदबाजों का सामना किया है उनमें से अधिकतर से थोड़े अलग हैं।
मैकस्वीनी बुधवार को नेशनल क्रिकेट सेंटर में ट्रेनिंग करने वाले ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों में शामिल थे।उन्होंने कहा, मैंने उनकी दो अच्छी गेंदों का सामना किया (पर्थ में) इसलिए इस बात को ध्यान में रखकर खेलना और जो मैं कर रहा हूं उस पर भरोसा करना ही काफी है।
इस सलामी बल्लेबाज ने कहा, उन्होंने मुझे एडीलेड में फिर से आउट किया - वह एक बेहतरीन गेंदबाज हैं और विश्व स्तरीय खिलाड़ी के खिलाफ रणनीति बनाने के अनुभव का आनंद ले रहा हूं। उम्मीद है कि मैं जितना अधिक उनका सामना करूंगा उतना बेहतर होता जाऊंगा और यहां गाबा में कुछ और रन बना पाऊंगा।
मैकस्वीनी ने दिन-रात्रि टेस्ट की पहली पारी में मार्नस लाबुशेन के साथ 67 रन की साझेदारी की और उन्होंने कहा कि अपने सीनियर साथी को खेलते हुए देखने से मदद मिली। (भाषा)