मुंबई। महान क्रिकेट चैंपियन सचिन तेंदुलकर का कहना है कि टेस्ट क्रिकेट में सपाट पिचों पर मदद के लिए हर 50वें और 55वें ओवर के बाद दूसरी नई गेंद ली जानी चाहिए। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व स्टार क्रिकेटर ब्रेट ली से सोशल मीडिया प्लेटफार्म 100 एमबी पर बातचीत में तेंदुलकर ने गेंद को चमकाने में लार की जरूरत और पसीने के इस्तेमाल में चुनौतियों पर बोल रहे थे।
उन्होंने कहा, ‘टेस्ट क्रिकेट में अगर पिच अच्छी नहीं है तो खेल का स्तर गिर जाता है। इसके अलावा खेल धीमा हो जाता है क्योंकि बल्लेबाज को पता होता है कि मूर्खतापूर्ण शॉट नहीं खेलने पर मुझे कोई आउट नहीं कर सकेगा और गेंदबाज को पता होता है कि उसे संयम से काम लेना है।’