बांग्लादेश के कप्तान शाकिब पर टूटा मुसीबत का पहाड़, ICC ने लगाया 2 साल का प्रतिबंध

मंगलवार, 29 अक्टूबर 2019 (19:38 IST)
ढाका। एक संदिग्ध भारतीय सटोरिए द्वारा आईपीएल समेत 3 बार पेशकश किए जाने की जानकारी नहीं देने पर बांग्लादेश के कप्तान और स्टार हरफनमौला शाकिब अल हसन पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने 2 साल का प्रतिबंध लगा दिया है जिससे वे 3 नवंबर से शुरू हो रहे भारत दौरे पर नहीं आ सकेंगे।
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शाकिब पर 1 साल का पूर्ण प्रतिबंध और 12 महीने की अवधि का निलंबित प्रतिबंध लगाया गया है। यह तब लागू होगा अगर शाकिब आईसीसी की भ्रष्टाचार निरोधक संहिता का पालन नहीं करते हैं। वे अगले साल इंडियन प्रीमियर लीग और ऑस्ट्रेलिया में 18 अक्टूबर से 15 नवंबर 2020 तक होने वाले टी-20 विश्व कप में नहीं खेल सकेंगे। आईसीसी के निर्देशों पर उन्हें टीम के अभ्यास से भी दूर रखा गया। भारत के खिलाफ श्रृंखला में 3 टी-20 और 2 टेस्ट खेले जाने हैं।
 
शाकिब ने आईसीसी की विज्ञप्ति में कहा कि जिस खेल से मुझे प्यार है, उससे निलंबत किए जाने से मैं काफी दुखी हूं लेकिन मैं अपनी सजा स्वीकार करता हूं। आईसीसी की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में खिलाड़ियों पर काफी निर्भर है। मैंने सटोरिए की पेशकश की जानकारी नहीं देकर अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई।
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आईसीसी की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई ने जनवरी और अगस्त में शाकिब से बात की थी। उन्होंने दीपक अग्रवाल द्वारा उनसे संपर्क किए जाने की जानकारी आईसीसी को नहीं दी थी। आईसीसी की एसीयू इस व्यक्ति को जानती है और उस पर क्रिकेट में भ्रष्टाचार में लिप्त होने का संदेह है।
 
आईसीसी ने कहा कि अग्रवाल ने 3 अलग-अलग मौकों पर शाकिब से टीम संयोजन और रणनीति के बारे में जानकारी देने को कहा था। उनमें से एक बार 26 अप्रैल 2018 को संपर्क किया गया, जब शाकिब की आईपीएल टीम सनराइजर्स हैदराबाद को किंग्स इलेवन पंजाब से खेलना था। हैदराबाद ने 13 रनों से जीत दर्ज की थी।
 
आईसीसी ने कहा कि 26 अप्रैल 2018 के कई मैसेज में डिलीट किए गए मैसेज भी हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि डिलीट किए गए ये मैसेज भीतरी जानकारी देने के अग्रवाल के अनुरोध के थे। अग्रवाल ने बांग्लादेश प्रीमियर लीग के दौरान भी उनसे संपर्क किया था, जब शाकिब 2017 में ढाका डाइनामाइट्स के लिए खेल रहे थे। इसके बाद जनवरी 2018 में श्रीलंका और जिम्बाब्वे के साथ त्रिकोणीय श्रृंखला के दौरान उनसे संपर्क किया गया।
 
आईसीसी ने कहा कि अग्रवाल शाकिब से मिलना चाहते थे लेकिन उन्होंने इंकार कर दिया। बातचीत के बाद उन्हें अहसास हुआ कि अग्रवाल सटोरिया है। शाकिब 5 साल के अधिकतम प्रतिबंध से बच गए हैं लेकिन उन्हें इस फैसले के खिलाफ अपील का अधिकार नहीं होगा, क्योंकि उन्होंने सजा स्वीकार कर ली है।
 
2 साल पहले एक सटोरिए ने शाकिब को अंतरराष्ट्रीय मैच से पहले पेशकश की थी जिसकी जानकारी उन्होंने आईसीसी की भ्रष्टाचार निरोधक और सुरक्षा इकाई को नहीं दी। शाकिब की गैरमौजूदगी में मुशफिकर रहीम टेस्ट और महमूदुल्लाह रियाद मुसद्दक टी-20 में टीम की कप्तानी कर सकते हैं।
 
शाकिब ने हाल ही में खिलाड़ियों की हड़ताल की अगुवाई की थी लेकिन बीसीबी द्वारा उनकी मांगों को मान लिए जाने के बाद हड़ताल वापस ले ली गई। बांग्लादेश के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटरों में शुमार शाकिब ने तीनों प्रारूप में कुल 11,000 से अधिक रन बनाए हैं और 500 से ज्यादा विकेट लिए हैं।
 
आईसीसी ने कहा कि शाकिब अल हसन अनुभवी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर हैं, जो भ्रष्टाचार निरोधक कई सत्रों में भाग ले चुके हैं। उन्हें आचार संहिता के तहत अपनी जिम्मेदारियां बखूबी पता हैं।

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