सलामी बल्लेबाज कुशल मेंडिस और श्रीलंकाई कप्तान शनाका के आतिशी अर्धशतकों के बदौलत श्रीलंका ने भारत के खिलाफ 20 ओवरों में 206 रन बना लिए। भारतीय गेंदबाजों की लचर गेंदबाजी का श्रीलंकाई बल्लेबाजों ने जमकर फायदा उठाया। हर्षल पटेल की जगह टीम में शामिल हुए अर्शदीप सिंह खासे महंगे साबित हुए। उन्होंने 2 ओवरों में 37 रन दिए।
टॉस हारकर बल्लेबाजी करते हुए श्रीलंका ने तेज शुरुआत की। दूसरे ओवर में अर्शदीप सिंह की तीन नो बॉलें श्रीलंका के लिये मददगार साबित हुईं और इस ओवर में उन्होंने 19 रन जोड़े। मेंडिस ने इसके बाद अपने हाथ खोले और पथुम निसंका के साथ पहले विकेट के लिये आठ ओवर में 80 रन की साझेदारी कर डाली।युज़वेंद्र चहल ने नौवें ओवर में मेंडिस को आउट करके इस साझेदारी को तोड़ा। मेंडिस ने 31 गेंदों पर तीन चौकों और चार छक्कों के साथ 52 रन बनाये, हालांकि निसंका 35 गेंदों पर 33 रन ही बना सके।
श्रीलंका इस साझेदारी के दम पर बड़े स्कोर की ओर अग्रसर थी लेकिन उमरान मलिक ने अगले ही ओवर में भानुका राजपक्षे को आउट किया, जबकि अक्षर पटेल ने निसंका और धनन्जय डी सिल्वा का विकेट लेकर रनगति पर लगाम लगा दी।चरित असलंका (37) ने 16वें ओवर में चहल को दो छक्के जड़कर पारी की रफ्तार बढ़ाने की कोशिश की, लेकिन उमरान ने अगले ओवर में उन्हें पवेलियन भेज दिया।
अर्शदीप के 19वें ओवर में शनाका ने लॉन्ग ऑल पर खड़े सूर्यकुमार यादव को कैच पकड़ा दिया, लेकिन वह गेंद नो बॉल होने के कारण श्रीलंकाई कप्तान बच गये। शनाका उस समय 30 रन के स्कोर पर थे और उन्होंने भारत से इस नो बॉल की भरपाई करते हुए 56 रन के स्कोर पर अपनी पारी समाप्त की। शनाका ने केवल 22 गेंदों की अपनी पारी में छह छक्के और दो चौके जड़े।
श्रीलंका ने भारत की लचर गेंदबाजी का फायदा उठाते हुए आखिरी पांच ओवरों में 77 रन जोड़े और 206/6 के स्कोर पर अपने 20 ओवर समाप्त किये।उमरान ने चार ओवर में 48 रन देकर तीन विकेट लिये, जबकि अक्षर ने चार ओवर में सिर्फ 24 रन देकर दो सफलताएं हासिल कीं। चहल ने चार ओवर में 30 रन देकर एक विकेट अपने नाम किया। शिवम मावी ने चार ओवर में 53 रन दिये जबकि अर्शदीप ने दो ओवर में 37 रन दिये और दोनों को कोई सफलता हासिल नहीं हुई। भारत ने इस मैच में 12 अतिरिक्त रन दिये जिसमें से सात नो बॉल से आये।