क्या रणजी ट्रॉफी फाइनल खेलने का महत्व नहीं रह गया है। शेल्डन पूछा कि क्या छोटे राज्यों के खिलाड़ियों को गंभीरता से नहीं लिया जाता है क्योंकि पिछले पांच सालों में कोच सितांशु कोटक के मार्गदर्शन में टीम ने 3 फाइनल्स खेले, लेकिन उनके खिलाड़ियों को बेहतर प्रदर्शन के बावजूद योग्य अवसर नहीं मिल पाया है।
जैक्सन ने लिखा कि मुझे सवाल उठाने से मना किया गया था, लेकिन मेरा मानना है कि हम इस शानदार एसोसिएशन का प्रतिनिधित्व करते हैं और हमें यह जानने का हक है कि हमारे प्रदर्शन में कहां कमी रह गई। चयनकर्ताओं को चयन के मामले में पारदर्शिता रखनी चाहिए।
रणजी ट्रॉफी में टॉप स्कोरर थे शेल्डन : शेल्डन रणजी ट्रॉफी में सौराष्ट्र के टॉप स्कोरर थे। उन्होंने 11 मैचों में 47 से ज्यादा के औसत से 854 रन बनाए थे। उन्होंने इस दौरान 2 शतक और 7 अर्द्धशतक लगाए थे। अपनी टीम को फाइनल तक पहुंचाने में शेल्डन के प्रदर्शन का महत्वपूर्ण रोल था। शानदार प्रदर्शन के बाद भी शेल्डन को दुलीप ट्रॉफी की टीमों में नहीं चुना गया।