धवन ने यहां एक कार्यक्रम के इतर से कहा, ‘अब मुझे सफल क्रिकेटर के तौर पर देखा जाता है लेकिन तथ्य यह है कि मैंने सफलता की तुलना में विफलता अधिक देखी। आपको मुश्किल समय से गुजरना पड़ता है और मेरे लिए भी इससे कुछ अलग नहीं था। मैं लगभग 60 वनडे मैच खेले और सिर्फ आठ शतक लगाए। काफी खिलाड़ी अपनी फार्म को लेकर चिंतित होते हैं लेकिन मेरे लिए यह धैर्य रखना और अपना काम करते रहना है।’
पिछले साल ऑस्ट्रेलिया दौरे से लगातार क्रिकेट खेल रही भारतीय क्रिकेट टीम का कार्यक्रम काफी व्यस्त रहा। आईपीएल खत्म होने के बाद अब टीम को अगले महीने बांग्लादेश दौरे पर जाना है। वर्ष 2013 में मोहाली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट पदार्पण के दौरान 187 रन की पारी खेलने के बाद से धवन भारतीय टीम का नियमित हिस्सा रहे।