मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में धवन ने कहा कि हमारे सामने बड़ा लक्ष्य नहीं था लेकिन विकेट ऐसा था कि इस पर रन बनाना आसान नहीं था। वैसे हम बड़ा लक्ष्य मिलने पर भी जीत जाते। लक्ष्य छोटा होने के कारण ज्यादा खेलने का मौका नहीं मिला, यह पूछने पर धवन ने कहा कि मैंने नहीं तो मेरे साथी (विराट कोहली) ने आक्रामक पारी खेली।
इस बारे में पूछने पर धवन ने कहा कि 6 ओवरों में कितने लोग बल्लेबाजी कर सकते हैं? धोनी भाई की बल्लेबाजी नहीं देखने से यहां के लोग निराश होंगे लेकिन भारत की जीत की खुशी तो मिली न। पिछले कुछ अर्से में भारतीय टीम शानदार प्रदर्शन के कारण एक समय की ऑस्ट्रेलियाई टीम की तरह अपराजेय होती जा रही है और धवन ने कहा कि अगर ऐसा होता है तो बहुत उम्दा होगा।