अख्तर ने कहा, टीम इंडिया में स्तरीय गेंदबाजों की कमी साफ नज़र आती है। टीम में ऐसे गेंदबाज नहीं हैं जो बल्लेबाजों को परेशान करने में सफल हो सकें। स्पिन विभाग के अलावा तेज गेंदबाजों का भी प्रदर्शन कुछ खास नहीं है। विपक्षी टीम की बल्लेबाजी लाइन-अप को ध्वस्त करने के लिए तेज गेंदबाजी में भी टीम कुछ खास नहीं है।
ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन की तारीफ करते हुए अख्तर ने कहा, अश्विन अपने कोटे के चार ओवर फेंकते हैं और इस दौरान विपक्षी टीम के बल्लेबाजों को लगातार परेशान करते हैं लेकिन उनके अलावा कोई भी स्तरीय गेंदबाज मुझे टीम में नज़र नहीं आता। टीम इंडिया की सबसे बड़ी कमजोरी तेज गेंदबाजी और दूसरे स्पिनर की कमी है।अश्विन ने दूसरे टी-20 मुकाबले में एक बार फिर अच्छी गेंदबाजी करते हुए 24 रन पर तीन विकेट झटके।
अख्तर ने एक टीवी चैनल को दिए बयान में कहा, मोहम्मद शमी फिट नहीं हैं और उमेश यादव का टीम में चयन नहीं किया गया, टीम में प्रेरणा की भी कमी नज़र आती है। टीम इंडिया को टी-20 खेलने के अपने अंदाज में बदलाव करना होगा और कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी को भी यह देखना चाहिए कि वे किस तरह के जोड़तोड़ करते हैं। अजिंक्य रहाणे को अंबाती रायुडू की जगह टीम में शामिल करना चाहिए।