द्रविड ने जुलाई में एनसीए प्रमुख का कार्यभार संभाला था। उन्होंने इस संस्था के लिए भविष्य की योजना का खाका तैयार कर रखा है। जब दोनों पूर्व कप्तानों की मुलाकात होगी तब द्रविड़ अपने विचार साझा करेंगे। इस बैठक में बीसीसीआई के सभी नवनिर्वाचित पदाधिकारी भाग लेंगे। 23 अक्टूबर को होने वाली बैठक में एनसीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी तूफान घोष भी शामिल होंगे।
गांगुली और द्रविड़ पहले भी बीसीसीआई की तकनीकी समितियों का एक साथ हिस्सा रह चुके हैं। ऐसी ही एक बैठक की अध्यक्षता गांगुली ने की थी, जबकि द्रविड उसमें अंडर-19 और ए टीम के मुख्य कोच के तौर पर भाग लिया था।
एनसीए को भारतीय क्रिकेट की ‘सप्लाई लाइन’ माना जाता है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों से यह रिहैबिलिटेशन केंद्र सा बन गया है। गांगुली ने भी अध्यक्ष बनने के बाद इस बात को माना। ऐसी संभावना है कि गांगुली एनसीए की नई परियोजना की जानकारी लेंगे, जिसे विकसित किया जा रहा है।
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कहा कि गांगुली और द्रविड़ एनसीए की भविष्य की योजना और उसके सामने आने वाले मुद्दों पर चर्चा करेंगे। यह भी देखना होगा कि नए अध्यक्ष प्रतिबंध से वापसी कर पृथ्वी शॉ जैसे खिलाड़ियों की रिहैबिलिटेशन योजना के अलावा जसप्रीत बुमराह और हार्दिक पंड्या के स्ट्रेंथ और अनुकूलन कार्यक्रम पर कितनी दिलचस्पी लेते हैं।