विराट विवाद पर खुद का ही बनाया नियम तोड़ा दादा ने, दिया यह बयान
शनिवार, 18 दिसंबर 2021 (19:11 IST)
बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली और विराट कोहली के बीच जुबानी जंग जारी है। हालांकि गुरुग्राम में एक कार्यक्रम के दौरान सौरव गांगुली ने अपने और टेस्ट कप्तान के बीच जारी गतिरोध को मजाकिया मोड़ देने की कोशिश की।
गुरुग्राम में हुए एक कार्यक्रम के दौरान सौरव गांगुली ने कहा कि उनको विराट कोहली का अंदाज पसंद है। उन्होंने कहा कि विराट कोहली का एटिड्यूट उन्हें पसंद है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि विराट झगड़ा थोड़ा ज्यादा करते हैं।
भले ही सौरव गांगुली ने यह बयान मजाक में दिया हो लेकिन उन्होंने इस विवाद पर बनाया गया खुद का ही नियम तोड़ दिया। उन्होंने कुछ दिनों पहले ही यह कहा था कि इस मसले को बोर्ड सुलझाएगा और इस पर कोई भी अधिकारी बयान नहीं देगा।
अधिकारियों को बयान ना देने की हिदायत
गांगुली ने पत्रकारों के लगातार प्रश्नों के बावजूद इस मुद्दे में कोई बयान देने से इनकार कर दिया था। उन्होंने कहा था, “ मेरी कोई टिप्पणी नहीं है। मैं केवल यह कहूंगा कि हम इससे उचित तरीके से निपटेंगे। बीसीसीआई दक्षिण अफ्रीका दौरे पर जाने से पूर्व मुंबई में किए गए संवाददाता सम्मेलन के दौरान विराट के दावे कि उन्हें राष्ट्रीय चयनकर्ताओं से वनडे कप्तानी से हटाए जाने के बारे में पता चला था, को लेकर न तो कोई बयान जारी करेगा और न ही कोई प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा। ” दरअसल विराट ने दावा किया था कि बीसीसीआई द्वारा दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए टेस्ट टीम की घोषणा करने से महज डेढ़ घंटे पहले चयनकर्ताओं ने उन्हें वनडे कप्तानी से हटाए जाने के बारे में बताया था।
बीसीसीआई अपने स्तर पर निपटेगी
बीसीसीआई अध्यक्ष ने इस सवाल का जवाब देने से भी परहेज किया था कि क्या विराट की टिप्पणियों ने भारतीय टीम और भारतीय क्रिकेट को शर्मिंदा किया है। उन्होंने कहा था कि इसे बीसीसीआई पर छोड़ दीजिए, हम इससे निपटेंगे। उल्लेखनीय है कि गांगुली ने इससे पहले दावा किया था कि उन्होंने और चयन पैनल के अध्यक्ष चेतन शर्मा दोनों ने रोहित शर्मा को नया वनडे कप्तान बनाए जाने के फैसले के बारे में विराट से बात की थी, जबकि विराट का कहना है कि उनसे सलाह-मशविरा नहीं किया गया था।
टेस्ट कप्तान ने स्पष्ट किया कि विश्व कप से ठीक पहले टी 20 की कप्तानी छोड़ने का स्वागत किया गया था और बीसीसीआई के शीर्ष अधिकारियों ने इसे प्रगतिशील फैसला बताया था। विराट के ये शब्द बोर्ड अध्यक्ष सौरव गांगुली के शब्दों के ठीक विपरीत थे जिसमें गांगुली ने विराट को अपने फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए कहा था।
गांगुली कोहली के रवैये से हैं बेहद नाराज
सूत्रों से आ रही खबरों के मुताबिक गांगुली इस मामले से काफी खिन्न है लेकिन बोर्ड अध्यक्ष के तौर पर वह सामूहिक फैसला लेने के पक्ष में होंगे। हालांकि समय का पहिया घूम चुका है। अगर सौरव गांगुली पलट कर देखेंगे तो यह पाएंगे कि जब वह कप्तानी से निकाले गए थे तब उन्होंने क्या किया था। उनकी भी प्रतिक्रिया लगभग ऐसी ही थी।
बीसीसीआई को रेड अलर्ट पर डालने वाले आखिरी भारतीय कप्तान खुद गांगुली थे जिनका तत्कालीन कोच ग्रेग चैपल के साथ विवाद जगजाहिर था। गांगुली को 2005 में जिम्बाब्वे में टेस्ट श्रृंखला जीतने के बाद कप्तानी से हटा दिया गया था। उन्होंने कहा था कि उन्हें कप्तानी छोड़ने के लिये कहा गया था।
इसके बाद दिवंगत जगमोहन डालमिया को बोर्ड अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था। उसके बाद से क्रिकेट की राजनीति बद से बदतर हो गई।