जोशी ने कहा, ‘हां, मैंने आवेदन (गेंदबाजी कोच के लिए) किया है। बांग्लादेश के साथ ढाई साल के सफल कार्यकाल के बाद मैं अगली चुनौती के लिए तैयार हूं। भारतीय टीम के साथ लंबे समय से कोई स्पिन गेंदबाजी कोच नहीं है और ऐसे में मुझे लगता है मेरी विशेषज्ञता पर विचार होगा।’
विश्व कप के बाद 49 साल के इस पूर्व खिलाड़ी का बांग्लादेश के साथ करार खत्म हो गया। उन्होंने कहा, ‘अगर आप देखेंगे तो ज्यादातर अंतरराष्ट्रीय टीमों के साथ विशेषज्ञ सहयोगी सदस्य रहते हैं। चाहे वह तेज गेंदबाजी कोच हो या स्पिन गेंदबाजी कोच। भारतीय टीम को भी ऐसी जरूरत है। यह जरूरी नहीं है कि मैं रहूं या कोई और, लेकिन टीम को इसकी जरूरत है।’