नई दिल्ली। कप्तानी के संकट के अलावा टीम में गुटबाजी, खराब प्रदर्शन और प्रशासनिक अनियमितता से जूझ रही श्रीलंकाई क्रिकेट टीम पहली बार विश्व कप में मजबूत टीमों में शुमार नहीं की जा रही और उसे अपना दमखम दिखाने के लिए किसी चमत्कार की जरूरत होगी।
पिछले दो साल में अलग अलग प्रारूप में श्रीलंका ने नौ कप्तान देखे जिससे पता चलता है कि संकट किस कदर गहरा है। इस पर एंजेलो मैथ्यूज और मुख्य कोच चंदिका हाथुरूसिंघा के मतभेदों ने समस्या बढा दी है। हथुरासिंघे ने चांदीमल को कप्तान के तौर पर पहली पसंद बताया था। उनकी टीम में करूणारत्ने के लिए जगह भी नहीं थी। अब देखना यह है कि ये कैसे मिलकर टीम को जीत की राह पर ला पाते हैं।
श्रीलंका टीम : दिमुथ करूणारत्ने (कप्तान), एंजेलो मैथ्यूज, लसिथ मलिंगा, तिसारा परेरा, कुसाल परेरा, धनंजय डिसिल्वा, कुसाल मेंडिस, इसुरू उडाना, मिलिंदा सिरिवर्धने, अविष्का फर्नांडो, जीवन मेंडिस, लाहिरू तिरिमन्ने, जैफरी वेंडरसे, नुवान प्रदीप, सुरंगा लकमल।