उन्होंने बताया कि इस प्रस्ताव के बाद वानखेड़े स्टेडियम में शाहरुख के घुसने पर लगा प्रतिबंध हटा लिया गया। 18 मई 2012 को कोलकाता नाइटराइडर्स के मुकाबले के बाद शाहरुख वानखेड़े स्टेडियम के सुरक्षा अधिकारियों से भिड़ गए थे, जिसके बाद अभिनेता पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उनपर स्टेडियम में प्रवेश करने पर पांच वर्ष का प्रतिबंध लगा दिया गया था।
किंग खान के नाम से मशहूर 49 वर्षीय शाहरूख पर लगा जुर्माना वर्ष 2017 में समाप्त होना था लेकिन एमसीए ने उनके अच्छे व्यवहार को देखते हुए इस प्रतिबंध को दो वर्ष पहले ही खत्म करने का निर्णय लिया। प्रतिबंध की समाप्ति के साथ ही शाहरूख की टीम त्रिनिदाद एंड टोबैगो ने कैरेबियन प्रीमियर लीग का खिताब भी जीत लिया। इससे उनके पास जश्न मनाने का दोहरा मौका हो गया है।
उपाध्यक्ष आशीष केलर ने कहा 'अंकित मकोका (महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम) के आरोपों से बरी हो चुके हैं और उन्होंने हमसे प्रतिबंध हटाने के लिए बीसीसीआई को मनाने की अपील की थी। लेकिन एमसीए ने बैठक में इस संबंध में बीसीसीआई की अनुशासनात्मक समिति के फैसले को चुनौती नहीं देने का निर्णय लिया।' (वार्ता)