स्मिथ ने ड्रेसिंग रूम से मदद मांगने की गलती स्वीकार की
मंगलवार, 7 मार्च 2017 (22:41 IST)
बेंगलुरु। स्टीव स्मिथ को यह स्वीकार करने में कोई पछतावा नहीं है कि उन्होंने डीआरएस का फैसला लेने के लिए ड्रेसिंग रूप से मदद मांगने की गलती की लेकिन ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने जोर देकर कहा कि मुकाबला अच्छी खेल भावना से खेला गया।
इस घटना की कई पूर्व खिलाड़ियों में आलोचना की है। इस घटना को विस्तार से बताते हुए स्मिथ ने कहा कि जब वह मदद के लिए ड्रेसिंग रूम की ओर मुड़े थे, तब यह अचानक घबराहट में ही हुआ था।
स्मिथ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, मेरे पैड पर गेंद लगी थी और मैंने नान स्ट्राइकर छोर के बल्लेबाज की ओर देखा और फिर मैं पैडी की ओर मुड़ गया। मुझे ऐसा नहीं करना चाहिए था। ऐसा पहली बार हुआ था। मैं अपने खिलाड़ियों की ओर देख रहा था, मुझे ऐसा नहीं करना चाहिए था। यह घबराहट में ही हुआ था।
विपक्षी कप्तान विराट कोहली से एनिमेटिड बातचीत के बारे में पूछने पर स्मिथ ने इस खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, मैं और विराट थोड़ी बातचीत कर रहे थे। इसे ज्यादा तूल नहीं दिया जाना चाहिए, इसमें काफी मजा आया। इन मैचों में इस तरह की चीजें होती रहती हैं। कभी कभार इस तरह की बातचीत में शामिल होना अच्छा है। स्मिथ ने यह कहने से इनकार कर दिया कि कोहली ने अपना आपा खो दिया था और जोर दिया कि मुकाबला खेल भावना के अंतर्गत खेला गया।
उन्होंने कहा, मैं सुनिश्चित नहीं हूं, मुझे लगता है कि यह सवाल उनसे पूछना चाहिए। जहां तक मेरा संबंध है तो मुकाबला अच्छी भावना से खेला गया। आप जानते ही हो, कभी कभार भावनाएं आप पर हावी हो जाती हैं, लेकिन मुझे नहीं लगता कि किसी ने भी सीमा लांघी थी।
स्मिथ ने कहा, अगर भावनाओं पर काबू रखा जाए तो इससे मुकाबला अच्छा हो जाता है। मेहमान टीम के कप्तान ने कहा कि परिणाम ‘निराशाजनक था लेकिन उनकी टीम ने अच्छा जज्बा दिखाया।
उन्होंने कहा, हमने भारत की वापसी की उम्मीद की थी और उन्होंने दूसरी पारी में काफी अच्छा क्रिकेट खेला। पुजारा और रहाणे के बीच साझेदारी सचमुच काफी अच्छी रही, लेकिन जिस तरह से हमारे खिलाड़ियों ने खेल दिखाया, उस पर मुझे फिर भी गर्व है। मुझे पूरा भरोसा है कि वे ऐसा करना जारी रखेंगे। हम कुछ और परिणाम अपने हक में पा सकते हैं। (भाषा)