डीआरएस विवाद को आईसीसी हस्तक्षेप कर समाप्त करें : स्टीव वॉ

बुधवार, 8 मार्च 2017 (19:50 IST)
नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्टीव वॉ ने बेंगलुरु टेस्ट में डीआरएस को लेकर उठे विवाद में कहा है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) को इस विवाद में हस्तक्षेप कर इसे जल्द से जल्द समाप्त कर देना चाहिए।
     
  
वॉ ने बुधवार को यहां एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से कहा दोनों देशों के बीच एक शानदार सीरीज और एक जबरदस्त मुकाबला देखने को मिल रहा है। हालांकि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि बेंगलुरु में दूसरे टेस्ट में डीआरएस का विवाद उठा, जिसके घेरे में ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीवन स्मिथ आ गए। मैच के बाद स्मिथ ने जो कहा मैं उस पर यकीन करता हूं और हमें ऑस्ट्रेलियाई कप्तान की बात पर यकीन करना चाहिए।
         
पूर्व कप्तान ने कहा जब तक रांची में अगला टेस्ट शुरू नहीं होता तब तक मीडिया में यह मुद्दा छाया रहेगा और बार बार डीआरएस को लेकर सवाल पूछे जाते रहेंगे। आईसीसी को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए और इस मुद्दे को समाप्त करना चाहिए। यह इतनी बढ़िया सीरीज चल रही है कि हमें इस विवाद को पीछे छोड़कर शेष दो बचे टेस्टों की ओर देखना चाहिए।
         
ऑस्ट्रेलिया के सबसे सफल कप्तान ने कहा स्मिथ से जरूर गलती हो गयी और इस बात को उन्होंने स्वीकार भी किया कि उस समय उनके दिमाग ने काम करना बंद कर दिया था। वह पगबाधा हो गए थे, टीम की हालत नाजुक थी और शायद इन्हीं हालात में वह ड्रैसिंग रूम की ओर देखने लगे। हमें उनके शब्दों पर यकीन करना चाहिए। उन्होंने ऐसा जानबूझकर नहीं किया।
       
बेंगलुरु टेस्ट के चौथे दिन ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्मिथ तेज गेंदबाज उमेश यादव की नीची रहती गेंद पर पगबाधा हो गए थे। उन्होंने डीआरएस लेने से पहले अपने ड्रैसिंग रूम की ओर कुछ संकेत के लिए देखा था। इसी बीच अंपायर नाइजेल लोंग ने स्मिथ को रोककर उन्हें पैवेलियन की ओर जाने को कह दिया था। 
         
मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में स्मिथ ने कहा था कि शायद उस समय उनके दिमाग ने काम करना बंद कर दिया था जबकि भारतीय कप्तान विराट कोहली ने आरोप लगाया था कि स्मिथ इस मैच में इससे पहले दो बार ड्रैसिंग रूम की मदद ले चुके थे और तीसरी बार भी उन्होंने ऐसा करने की कोशिश की थी। विराट ने हालांकि स्मिथ के लिए धोखाधड़ी शब्द का इस्तेमाल नहीं किया लेकिन उनका संकेत इसी तरफ था कि स्मिथ ने धोखाधड़ी की है।
          
स्टीव वॉ ने अपने देश की टीम के कप्तान का बचाव करते हुए कहा यह एक शानदार मुकाबला था और इस पर चर्चा करने के बजाय हम एक ही मुद्दे पर अपना सारा ध्यान लगा रहे हैं। अंपायर ने भी इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप किया और मामले को बिगड़ने से रोक दिया। स्मिथ भी कहीं न कहीं अपनी इस हरकत पर शर्मिंदा होंगे और उन्हें सबक मिल गया होगा कि ऐसा नहीं करना चाहिए था।
         
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) ने इस मुद्दे पर एक बयान जारी कर कहा है कि स्मिथ पर लगाए गए आरोप गलत हैं और कप्तान की ईमानदारी पर सवाल नहीं उठाए जाने चाहिए। स्टीव ने कहा यह विवाद ज्यादा गंभीर हो जाए इससे पहले आईसीसी को इसमें हस्तक्षेप कर इसका निपटारा कर देना चाहिए।
             
स्टीव वा ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के भारत दौरे पर आने से पहले इसे यहां आने वाली सबसे कमजोर टीम बताया जा रहा था और उसके 4-0 से हारने की भविष्यवाणी की जा रही थी लेकिन स्मिथ की टीम ने पहला टेस्ट 333 रन से जीता और भारत ने शानदार वापसी करते हुए दूसरा टेस्ट जीता। 
 
उन्होंने कहा सीरीज बेहद रोमांचक हो चुकी है और यह कहना मुश्किल है कि कौन सी टीम जीतेगी। शेष दो टेस्टों में मुकाबला जबरदस्त होगा और यह देखना दिलचस्प होगा कि इन मैचों में पिच कैसी मिलती है और टॉस की भूमिका भी महत्वपूर्ण होगी।
            
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ने भारतीय कप्तान विराट की सराहना करते हुए कहा कि वह देशभक्ति के जज्बे के साथ खेलते हैं। जब उनकी टीम फंसी हुई थी तो वह लगातार टीम का हौसला बढ़ा रहे थे। यही बात स्मिथ में भी है जो अपनी टीम के लिए हर समय रन बनाना चाहते हैं। शायद इसी कोशिश में उनसे यह गलती हो गयी। लेकिन अब इस विवाद को पीछे छोड़कर आगे बढ़ने की जरूरत है। क्रिकेट में वैसे भी दबाव में बहुत सारी चीजें हो जाती हैं।
          
स्टीव ने भारतीय तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा के गेंदबाजी करने के बाद ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को चिढ़ाने की मुद्रा पर कहा इस तरह की चीजें खेल को दिलचस्प बनाती हैं। दर्शकों को मजा आता है और खेल में एक जुनून देखने को मिलता है। अगले दो टेस्टों में भी ऐसा ही देखने को मिलेगा। मुझे भी इस टेस्ट में वाकई बहुत आनंद आया क्योंकि ऐसे जबरदस्त मुकाबले टेस्ट को रोमांचक बनाते हैं। (वार्ता)

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