'शिखर धवन अब शायद ही दिखें टी-20 टीम में', सुनील गावस्कर ने दिया बड़ा बयान

बुधवार, 22 जून 2022 (19:52 IST)
नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर का मानना है कि अनुभवी बल्लेबाज़ शिखर धवन इस साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाले आईसीसी टी20 विश्व कप में जगह नहीं बना पाएंगे।

धवन इससे पहले 2014 और 2016 टी20 विश्व कप में टीम का हिस्सा रह चुके हैं। इस साल आईपीएल में अच्छे प्रदर्शन के बाद टीम में उनकी वापसी पर चर्चा शुरू हो गयी थी, लेकिन उन्हें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज़ के लिये टीम में शामिल नहीं किया गया। आयरलैंड और इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली टी20 श्रंखलाओं के लिये भी धवन का चयन नहीं किया गया है।

गावस्कर ने टीम में धवन की वापसी की संभावनाओं को नकारते हुए स्टार स्पोर्ट्स पर कहा, "मुझे नहीं लगता उनका नाम ऊपर आएगा। यदि ऐसा होना होता तो वह आयरलैंड दौरे के लिये टीम में होते।"उन्होंने कहा, "इंग्लैंड के लिये कई खिलाड़ी रवाना हुए हैं, वह उस टीम में भी हो सकते थे। अगर वह इस टीम में नहीं हैं, तो मुझे नहीं लगता कि वह टी20 विश्व कप के लिये चुने जाएंगे।"

अफ्रीका के खिलाफ पांच मैचों की घरेलू श्रंखला में केएल राहुल और रोहित शर्मा की गैर मौजूदगी में इशान किशन और रुतुराज गायकवाड़ को बतौर सलामी बल्लेबाज़ टीम में शामिल किया गया था, और दोनों बल्लेबाज़ों ने इस अवसर का फायदा उठाया। किशन ने पांच मैचों में 40 की औसत से कुल 206 रन जोड़े।

गावस्कर ने कहा, "मेरे अनुसार विश्व कप में पारी की शुरुआत रोहित शर्मा और केएल राहुल को करनी चाहिये, अगर वह फिट हैं।"आईसीसी टी20 विश्व कप 16 अक्टूबर को शुरू होगा, जिसमें भारत का पहला मुकाबला 23 अक्टूबर को धुर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान से मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में होना है।

शिखर धवन के लिए बीते कुछ साल अच्छे नहीं गए है। दो साल से उनके बल्ले से शतक नहीं निकला है। उन्होंने 2 साल पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे विश्वकप में शतक जड़ा था। कप्तान के तौर पर भी वह श्रीलंका जैसी टीम के खिलाफ 1-2 से टी-20 सीरीज हारकर लौटे हैं।

कप्तान के तौर पर श्रीलंका से टी-20 सीरीज हारे

पहली बार वह भारतीय टीम के कप्तान बने और श्रीलंका दौरे पर यंगिस्तान की कमान संभाली। वनडे सीरीज में तो वह बाल बाल बच गए और 2-1 से सीरीज जीत ली। ऐसा इस कारण कहा जा रहा है कि अगर दूसरे मैच में गेंदबाज दीपक चाहर की अर्धशतकीय पारी नहीं आती तो यह सीरीज कप्तान के तौर पर शिखर हार जाते।

इसके बाद टी-20 सीरीज हुई। क्रुणाल पांड्या के कोरोनावयरस संक्रमित होने के कारण आधी से ज्यादा टीम बदलनी पड़ी। 1-0 की बढ़त लेने के बावजूद भी शिखर धवन कप्तान के तौर पर यह सीरीज जीतने में नाकाम रहे। अंतिम टी-20 में जब टीम को उनसे सबसे ज्यादा जरूरत थी वह 0 पर आउट हो गए और यह सीरीज 1-2 से गंवा बैठे।

साल 2011 में अपने टी-20 करियर का आगाज करने वाले शिखर धवन ने 68 टी-20 में 27 की औसत से कुल 1759 रन बनाए हैं लेकिन उनका स्ट्राइक रेट 126 का रहा है जो टी-20 के लिहाज से बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता।

वेबदुनिया पर पढ़ें

सम्बंधित जानकारी