गावस्कर ने कहा कि अगर कोई मेरी निष्ठा पर शक कर रहा है तो मैं बहुत, बहुत निराश हूं। मेरा कोई हितों का टकराव नहीं है। यह चौंकाने वाला है कि मेरी निष्ठा पर सवाल उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि एक भी घटना बताइए जब मैंने चयन समिति को प्रभावित करने की कोशिश की हो। भारतीय किकेट के लिए मैंने जो कुछ किया है, उसकी तुलना में इसने मेरे लिए बहुत कुछ किया है।
यह बहुत निराशाजनक है कि वे मेरी निष्ठा और भारतीय क्रिकेट के लिये योगदान पर शक कर रहे हैं। गावस्कर ने कहा कि मैं पूरी तरह से संशय में हूं कि टकराव कहां है। मुझे इस बात से सबसे ज्यादा निराशा है कि मैं बतौर खिलाड़ी और फिर बतौर प्रशासक अपने तरीके से जितना भी हो सके, जिस भी तरह भारतीय क्रिकेट की सेवा करने की कोशिश कर रहा हूं। (वार्ता)